नौसरबाजों ने मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने का झांसा देकर चचेरी बहनों से 42.50 लाख ठगे

चचेरी बहनों को मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने का झांसा देकर दो नौसरबाजों ने उनके परिजनों से 42.50 लाख रुपये की ठगी मार दी।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Thu, 09 Jul 2020 01:00 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jul 2020 01:00 PM (IST)
नौसरबाजों ने मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने का झांसा देकर चचेरी बहनों से 42.50 लाख ठगे
नौसरबाजों ने मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने का झांसा देकर चचेरी बहनों से 42.50 लाख ठगे

लुधियाना, जेएनएन। चचेरी बहनों को मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने का झांसा देकर दो नौसरबाजों ने उनके परिजनों से 42.50 लाख रुपये की ठगी मार दी। अब थाना मोती नगर पुलिस ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज करके उनकी तलाश शुरू की है। एएसआइ गुरजीत सिंह ने बताया कि आरोपितों की पहचान नई दिल्ली के उत्तम नगर स्थित सेवक पार्क निवासी लक्की सिंह सिद्वू और रिंकू सिंह सिद्वू के रूप में हुई।

पुलिस ने जमालपुर की जपन कॉलोनी निवासी प्रेम चंद सिन्हा की शिकायत पर उनके खिलाफ केस दर्ज किया। अपने बयान में उसने बताया 2018 में एक विज्ञापन को पढ़ने के बाद वह आरोपितों के संपर्क में आए। आरोपितों ने कहा कि वह नेशनल कोटे से उनकी बेटी पलक सिन्हा तथा भतीजी श्रद्धा सिन्हा को दिल्ली के एक कॉलेज में दाखिला दिला सकता है। बशर्ते केंडीडेट ने नीट क्वालीफाई किया हो। दोनों का दाखिला कराने के लिए उसे 35-35 लाख रुपये की मांग की। जिसमें से आधे पैसे एडवांस में दिए जाने थे। जबकि आधे पैसे काम हो जाने के बाद देने थे।

उनके झांसे में आकर प्रेम चंद्र सिन्हा ने 47.50 लाख रुपये दे दिए। मगर बाद में न तो आरोपितों ने दोनों का दाखिला कराया और न ही उसके रुपये वापस लौटाए। जनवरी 2019 में उसने पुलिस कमिश्नर को आरोपितों के खिलाफ शिकायत दी। जिसके बाद ईओ विंग दोनों को पकड़ कर लुधियाना लाई। जहां दोनों ने प्रेम चंद को 5 लाख रुपये लौटा दिए और बाकी के पैसों को देने संबंधी एक हल्फिया बयान दिया। मगर उसके बाद दोनों ने अपने फोन बंद कर लिए। जिसके चलते पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज करके उनकी लताश शुरू कर दी है।

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