Ludhiana Civil Hospital में फिर लापरवाही, दर्जा चार कर्मचारियों ने लगाए टांके; सिर में ही छोड़ दिया कांच

मारपीट के बाद मेडिकल करवाने के लिए अस्पताल पहुंचे मरीज को अस्पताल प्रबंधन ने दर्जा चार कर्मियों के रहमो-करम पर छोड़ दिया। कर्मचारियों ने मरीज के सिर में धंसे कांच के टुकड़े को निकाले बिना ही 10 टांके लगाकर घर भेज दिया।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 08:20 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 08:20 AM (IST)
Ludhiana Civil Hospital में फिर लापरवाही, दर्जा चार कर्मचारियों ने लगाए टांके; सिर में ही छोड़ दिया कांच
सीएमसी अस्पताल में डाक्टरों द्वारा मरीज के सिर का आपरेशन करके निकाला गया कांच। (जागरण)

जागरण संवाददाता, लुधियाना। अपने कारनामों के लिए हमेशा चर्चा में रहने वाले सिविल अस्पताल कर्मचारियों ने अपनी लापरवाही से एक और मरीज की जिंदगी दाव पर लगा दी। सोमवार को मारपीट के बाद मेडिकल करवाने के लिए अस्पताल पहुंचे मरीज को अस्पताल प्रबंधन ने दर्जा चार कर्मियों के रहमो-करम पर छोड़ दिया। कर्मचारियों ने मरीज के सिर में धंसे कांच के टुकड़े को निकाले बिना ही 10 टांके लगाकर उसे घर रवाना कर दिया। मरीज सारी रात दर्द से तड़पता रहा।

इतना ही नहीं, मंगलवार सुबह सिविल अस्पताल पहुंचने पर भी किसी ने उसकी बात न सुनी तो घरवाले उसे सीएमसी अस्पताल गए, जहां सीटी स्कैन करने पर पता चला कि उसके सिर में कांच का एक बड़ा टुकड़ा फंसा रह गया है। डाक्टरों की टीम ने आपरेशन करके उसे बाहर निकाला और सिर पर 30 टांके लगाए। फील्डगंज के कूचा नंबर सात निवासी मरीज ने बताया कि उसकी पत्नी के बयान पर फील्डगंज के दो दुकानदार भाइयों पर दुष्कर्म का केस दर्ज है। सोमवार वो अपनी दुकान पर बैठा था, उस समय उसकी दुकान पर आए उन दोनों भाइयों ने उसे केस वापस लेने के लिए धमकाना शुरू कर दिया। उनके जाने के बाद उसने सारी बात अपनी पत्नी को बताई। इस पर उसकी पत्नी उसे लेकर उनकी दुकान पर चली गई।

वहां उन लोगों ने बहस के बाद उन पर हमला कर दिया। मारपीट के दौरान उन लोगों ने कांच उठा कर उसके सिर पर दे मारा। उसे लहूलुहान हालत में इलाज के लिए सिविल अस्पताल में ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे देखने के बाद दर्जा चार कर्मचारी से उसके सिर पर टांके लगाने के लिए बोल दिया। उसका आरोप है कि टांके लगवाने के बाद वो घर तो आ गया, मगर रात भर उसके सिर में कोई चीज चुभती सी रही। सुबह उसे फिर से अस्पताल ले जाया गया, मगर वहां किसी ने उसकी बात नहीं सुनी तो वे सीएमसी पहुंचे।

एसएमओ के पति ने उठाया फोन, पत्नी से बात ही नहीं करवाई

इस लापरवाही के संदर्भ में जब हमारे संवाददाता ने सिविल अस्पताल की एसएमओ अमरजीत कौर का पक्ष जानना चाहा तो उनके पति हरजीत सिंह ने फोन उठाया, जोकि एक चाइल्ड स्पेशलिस्ट डाक्टर हैैं। जब उनसे कहा गया कि एसएमओ से बात करवाओं तो उन्होंने कहा कि जो बात करनी है, उन्हीं से करो। इसके बाद जब उन्हें मामले के बारे में बताया गया तो उन्होंने कहा कि थोड़ी देर में वे अपनी पत्नी से बात करवाएंगे। इसके बाद काफी देर तक उनका फोन नहीं आया तो हमारे संवाददाता ने उनसे दोबारा बात करनी चाही, लेकिन उन्होंने फोन उठाना ही मुनासिब नहीं समझा।

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मामले की जांच के लिए पुलिस की टीम भेजी गई है। पता चला है दोनों पक्षों ने मारपीट की है। इसलिए दोनों पक्ष के बयान लिए जा रहे हैं। बयान में अनुसार बनती कार्रवाई कर दी जाएगी।-इंस्पेक्टर सतपाल सिंह, प्रभारी, थाना डिवीजन नंबर दो

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