लुधियाना में वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे चार आरोपित देसी पिस्तौल के साथ गिरफ्तार, 32 बोर के छह कारतूस भी बरामद
लुधियाना में किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। थाना पीएयू में केस दर्ज कर इन अदालत में पेश किया गया जहां से एक दिन का रिमांड लेकर पूछताछ की जा रही है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। लुधियाना में किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे चार लोगों को पुलिस की सीआइए-1 तथा काउंटर इंटेलिजेंस टीम ने गिरफ्तार किया है। इनसे 32 बोर के दो देसी पिस्तौल तथा छह कारतूस बरामद हुए। थाना पीएयू में केस दर्ज कर इन अदालत में पेश किया गया, जहां से एक दिन का रिमांड लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपितों की पहचान बिहार के समस्तीपुर के गांव चकमेसी निवासी मोहम्मद अहमद, समस्तीपुर के थाना चकमैसी के जनारदनपुर के गांव डडियां निवासी अभिनव, समस्तीपुर के थाना कल्याणपुर के गांव चकीधर निवासी आदित्य उर्फ अभी तथा हैबोवाल के रणजोध पार्क निवासी सतिंदर सिंह उर्फ हैप्पी के रूप में हुई।
एसीपी मंदीप सिंह ने बताया कि सतिंदर इन दिनों हंबड़ां रोड के गांव मलकपुर में किराये पर रह रहा था, जबकि अन्य तीनों आरोपित रिशी नगर में रह रहे थे। आदित्य और अभिनव मौसेरे भाई हैं। सङ्क्षतदर की आदित्य से दोस्ती थी। यहां उसकी कई लोगों से रंजिश चल रही थी। मारपीट के आरोप में उस पर 2011 में दो केस भी दर्ज हुए थे। उसने आदित्य से संपर्क करके बिहार से असलहा मंगवाने में मदद के लिए कहा। आदित्य और अभिनव ने समस्तीपुर में रहने वाले अपने दोस्त मोहम्मद अहमद से संपर्क किया। उसने 15-15 हजार रुपये में उन्हें वो पिस्तौल दिलवा दिए।
बीएससी की पढ़ाई बीच में छोड़ चुका है मोहम्मद अहमद, बिहार में दर्ज हैं तीन मामले
सीआइए इंचार्ज अवतार सिंह ने कहा कि बीएससी की पढ़ाई बीच में छोड़ चुके 21 वर्षीय मोहम्मद अहमद पर समस्ती पुर थाना चकमैसी तथा थाना मुसरी गरारी में लूटपाट, हत्या प्रयास तथा आम्र्स एक्ट में तीन केस दर्ज हैं। उनमें से एक वो वहां की पुलिस को वांछित भी है। बाकी तीनों आरोपित बाहरवीं पास है। अभिनव यहां एक कंपनी में ट्रांसपोर्टेशन का काम करता था। आदित्य फ्रूट की रेहड़ी लगाता था, जबकि सतविंदर घुमार मंडी स्थित मनसा हार्डवेयर में नौकरी करता था।