कोविड के चलते विदेशी निवेशक भारतीय कंपनियों से कर रहे किनारा, पिछले एक माह से आर्डर रिन्यू करने में हाे रही परेशानी
विदेशी मार्केट में ट्रेड की बात करें तो चीन वेतनाम ताइवान थाईलैंड व बंगलादेश के साथ कारोबार तेज हो रहा है। बात पंजाब के उद्योग की करें तो इस समय सबसे अधिक नुक्सान ट्रैक्टर पार्टस आटो पार्टस गारमेंट्स साइकिल पार्टस इंजीनियरिंग गुड्स को सहना पड़ रहा है।
लुधियाना, [मुनीश शर्मा]। भारत में तेजी से बढ़ रहे कोविड संक्रमण का असर अब भारतीय निर्यात पर भी दिखने लगा है। कई विदेशी कंपनियों की ओर से भारतीय कंपनियों को रिपीट आर्डर देने में ढीलमुल का रवैया अपनाया जा रहा है। इसका मुख्य कारण कोविड के भारत में रोजाना बढ़ रहे आंकड़ों के साथ साथ कच्चे माल के दामों में हुई बेहताशा वृद्वि अहम कारण है। आक्सीजन की कमी के चलते जहां स्टील प्लांटो को बंद कर दिया गया है, वहीं अब कई अहम सेगमेंट के फिनिशड गुड्स की लागत इनके भावों में उछाल आने ले बेहद बढ़ गई है।
इसी के चलते विदेशी मार्केट में ट्रेड की बात करें, तो चीन, वियतनाम, ताइवान, थाईलैंड व बंगलादेश के साथ कारोबार तेज हो रहा है। बात पंजाब के उद्योग की करें, तो इस समय सबसे अधिक नुकसान ट्रैक्टर पार्टस, आटो पार्टस, गारमेंट्स, साइकिल पार्टस, इंजीनियरिंग गुड्स को सहना पड़ रहा है। इनमें अधिकतर प्रोडक्टस सीधे स्टील से संबंधित है। स्टील के दामों में इजाफे के साथ साथ बाजार में इसकी उपलब्धता भी कम हुई है। ऐसे में कई देशों में आर्डर देरी से जाने के चलते वे अगले आर्डर के लिए विकल्प भी तलाश रहे है कि अगर भारत से तैयार मैटीरियल न मिला तो उनका काम न रूक जाए।
पैरामाउंट इंपेक्स के सीएमडी राकेश कपूर के मुताबिक यह समय एक्सपोर्टरों के लिए बड़ा चुनौती भरा दौर है। इंडस्ट्री इस समय मल्टीपल समस्याओं से जूझ रही है। इस समय हमारे पास आर्डर बेहद कम है और उपर से रा मैटीरियल न मिलना और महंगा होने की समस्या के बाद डिलिवरी लेट होने से विदेशी बायर परेशान हो रहे हैं। सीआइआइ लुधियाना के चेयरमैन अशप्रीत साहनी के मुताबिक विदेशी बायर को इस बात डर सता रहा है कि अगर कोविड इस तरह भारत में बढ़ा, तो उनके आर्डर लेट हो जाएंगे। ऐसे में वे इसको लेकर विकल्प के रुप में दूसरे देशों की कंपनियों को भी कुछ आर्डर पासआन कर रहे हैं। लेकिन अगर स्थिति यही रही, तो कई अच्छी कंपनियों के आर्डर भारत से शिफ्ट हो जाएंगे।
रजनीश इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर राहुल आहुजा के मुताबिक इस समय विदेशी बायर के सेंटीमेंट्स बिगड़ रहे हैं। इसकी मुख्य वजह कोविड केसों का तेजी से बढ़ना है। हर कंपनी को समय पर तैयार माल चाहिए, जो अगले आर्डरों के लिए वे सोच रहे है कि अगर यही हालात रहें, तो समय पर मैटीरियल नहीं मिलेगा।