पौधे लगाने के लिए किसी भी अवसर की जरूरत नहीं: ढिल्लों
हर व्यक्ति को पर्यावरण की संभाल में योगदान देना चाहिए।
बिदु उप्पल, जगराओं
हर व्यक्ति को पर्यावरण की संभाल में योगदान देना चाहिए। इंसान अपनी जिदगी पूरी करके चला जाएगा मगर आने वाली पीढि़यों के लिए उसे कुछ ऐसा करना चाहिए कि वे उनके इस प्रयास को याद रखें और खुली हवा, साफ-सुथरा वातावरण में जीवन गुजार सकें। यह बात सरकारी प्राइमरी स्कूल अखाड़ा के टीचर हरनारायण सिंह ढिल्लों ने कही।
ढिल्लों ने कहा कि उनकी भी यही कोशिश है और इसीलिए वह पिछले दस वर्ष से लोगों को स्वच्छ पर्यावरण के लिए पौधारोपण के प्रति जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जब उनके पिता स्व.दर्शन सिंह और मां हरबंस कौर की अंतिम अरदास थी तब से उन्होंने अंतिम अरदास में आने वाले हर व्यक्ति को पौधे बांटकर पर्यावरण को बचाने की शपथ ली थी। उन्होंने कहा कि पौधे लगाने के लिए किसी अवसर की जरूरत नहीं होती, वह कभी भी लगाने चाहिए। ऐसे में कम से कम लोग जन्मदिन, विवाह, सालगिरह, बच्चे के जन्म पर, पदोन्नति, रिटायरमेंट पर तो पौधे लगाएं। उसकी हवा उनको उम्र भर मिलेगी। इसके अलावा लोग अपने घरों में खाली जगह छायादार व फूल, फलों के पौधे लगाएं। उन्होंने खुद अपने घर में अमरूद, चीकू, नींबू, गलगल, जामुन, सागवान, चांदनी, केला, शहतूत, गुलाब के पेड़ लगाए हुए हैं।
पर्यावरण प्रेमी हरनारायण सिंह ढिल्लों ने बताया कि कानून के मुताबिक जहां हमने रहना है वहां पर 33 प्रतिशत पौधारोपण के लिए जगह होनी चाहिए। लोग तो दूर हमारी सरकार भी आधुनिक जीवन शैली चौड़ी सड़कें व बड़े-बड़े पुलों के निर्माण के लिए लाखों पेड़-पौधे काट चुकी है। पेड़ों के कटाव पर कानून का पहरा होना चाहिए।
ढिल्लों ने कहा कि सड़कों के किनारे जितनी भी नर्सरी होती हैं, उनको वहां पर हर पौधे व उनकी कीमत की पूरी जानकारी होनी चाहिए ताकि पर्यावरण प्रेमियों को अपनी सुविधा के अनुसार पौधे खरीदने में आसानी हो।