पंजाब में कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कोंं पर बैठे किसान, कई जगह यातायात जाम, लोग हाईवे पर फंसे

पंजाब में कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आक्रोशित हैं। रेल ट्रेकों पर किसान जमे हुए हैं। वहीं किसान संगठनों ने आज दो घंटे चक्का जाम का एलान किया था। किसान कई जगह सड़कों पर बैठ गए हैं जिससे सड़कें जाम हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Fri, 09 Oct 2020 11:39 AM (IST) Updated:Fri, 09 Oct 2020 03:03 PM (IST)
पंजाब में कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कोंं पर बैठे किसान, कई जगह यातायात जाम, लोग हाईवे पर फंसे
संगरूर में नेशनल हाईवे पर बैठकर जाम लगाते किसान। जागरण

जेएनएन, (लुधियाना) खन्ना। कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियनों के आह्वान पर रेलवे स्टेशन पर लगातार धरना जारी है। हरियाणा में किसानों के साथ मारपीट के विरोध स्वरूप किसान शुक्रवार को राज्य की विभिन्न जगहों पर सड़कों पर आ गए हैं। पटियाला व बरनाला में किसानों ने सड़क जाम कर दी है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं। पुलिस किसानों को समझाने का प्रयास कर रही है। किसानों का कहना है कि आज वह सांकेतिक दो घंटे ट्रैफिक जाम करेंगे।

संगरूर में किसान महावीर चौक पर धरने पर बैठे हुए हैं। यहां बड़ी संख्या में गांवों से किसान पहुंचे हैं। हरियाणा में किसानों पर लाठीचार्ज व हाथरस कांड के विरोध में किसान दो घंटे के लिए चक्का जाम करने के लिए संगरूर-लुधियाना हाईवे पर पहुंचे। इस दौरान सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई।

बरनाला में सड़क पर धरने पर बैठे किसान। जागरण

नाभा में पटियाला रोड के नजदीक भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। नाभा पुलिस द्वारा आने-जाने वाले वाहनों को डायवर्ट किया गया है।  इस मौके किसानों ने एक एंबुलेंस को पटियाला रोड पर जाने की इजाजत दी।

बठिंडा के आइटीआई चौक में धरना लगाकर बैठे किसान। जागरण

लुधियाना में आधे घंटे में धरना समाप्त

पिछले दो दिनों से लाडोवाल टोल प्लाजा पर धरना दे रहे विभिन्न किसान जत्थेबंदियों ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार शुक्रवार की दोपहर 12 बजे से नेशनल हाईवे पर वाहनों का आवगमन ठप कर दिया। इस दौरान पुलिस ने लाडोवाल थाने के पास से सिधवांबेट की ओर से रूट डायवर्ट कर दिया, ताकि अमृतसर और जम्मू-कश्मीर जाने वाले वाहनों को रवाना किया जा सके। हालांकि लोगों की परेशानियों को देखते हुए किसानों ने आधे घंटे के प्रदर्शन के बाद टोल प्लाजा से रास्ता खोल दिया।

पटियाला में किसानों के धरने के कारण ट्रैफिक जाम।

उल्लेखनीय है कि कृषि सुधार कानून के खिलाफ किसान जत्थेबंदियों ने दो घंटे के लिए नेशनल हाईवे ठप करने की घोषणा की थी और पंजाब के तमाम टोल प्लाजा पर यह धरने लगाए गए थे। नेशनल हाईवे खोलने के बावजूद किसान लाडोवाल टोल प्लाजा में जमे हुए हैं, लेकिन वाहनों को रोका नहीं जा रहा है। पिछले तीन दिनों से टोल प्लाजा में टोल फीस वसूली नहीं करने दी गई है और वाहन बिना टोल के आ-जा रहे हैं।

लुधियाना में लाडाेवाल टाेल प्लाजा पर पहुंचे किसान। जागरण

तरनतारन में किसान जत्थेबंदियों ने राष्ट्रीय मार्ग पर लगाए दो पक्के मोर्चे

कृषि सुधार कानून के खिलाफ संघर्ष के रास्ते पर उतरे किसान जत्थेबंदियों ने जम्मू-कश्मीर, राजस्थान राष्ट्रीय मार्ग पर दो पक्के मोर्चे लगाए हैंं। पहला मोर्चा गांव उसमां टोल प्लाजा पर लगाए आठ दिन का समय गुजर चुका है। जबकि दूसरा मोर्चा शुक्रवार को गांव ठट्ठियां महंता के पास लगा दिया गया।

तरनतारन में किसानों के धरने के कारण लगा जाम। जागरण

दो पक्के मोर्चो कारण राष्ट्रीय मार्ग पूरी तरह प्रभावित हो गया है। वाहनों की लंबी कतारें सड़क किनारे लगने लगी है। किसान नेताओं का कहना है कि मोदी सरकार द्वारा किसानी का पेट धोने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके खिलाफ आर पार की लड़ाई होगी।

भाकियू प्रधान राजिंदर सिंह बेनीपाल ने बताया कि सरकार किसानों, मजदूरों पर चाहे कितना भी जुल्म कर ले पर वह हकों की प्राप्ति तक संघर्ष पर डटे रहेंगे। धरने में किसान यूनियन के नेताओं के साथ लोक इंसाफ पार्टी खन्ना के प्रधान सरबजीत सिंह कंग, नेतर सिंह नागरा, करनैल सिंह इकोलाहा, गुरमेल सिंह, दलेर सिंह, बेअंत सिंह, मनजोत सिंह, हरमेश सिंह, कश्मीरा सिंह माजरा, हरमिंदर सिंह रोहणो, जोगराज सिंह, बलदीप सिंह, कमलदीप सिंह आदि भी शामिल हैं। किसान नेताओं का कहना है कि जब तक केंद्र सरकार की तरफ से यह कानून रद नहीं किए जाते तब तक प्रदर्शन चलता रहेगा। 

रेलवे ट्रैक व टोल प्लाजा पर डटे किसान, बिना टोल गुजारे वाहन

कृषि सुधार कानूनों के विरोध में लुधियाना, जालंधर, बठिंडा, बरनाला व पटियाला जिले में हाईवे पर धरना लगाकर बैठे किसानों ने टोल नहीं वसूलने दिया। उधर, अमृतसर जिले के गांव देवीदासपुरा में किसानों ने अमृतसर-दिल्ली रेलवे ट्रैक जाम कर प्रदर्शन किया। सूबे के कई जिलों में  रेलवे ट्रैक पर किसानों का धरना एक हफ्ते से जारी है। वीरवार को गांव देवीदासपुरा में किसानों ने केंद्र व हरियाणा सरकार के खिलाफ काले कपड़े पहन कर नारेबाजी भी की।

रेलवे ट्रेक पर धरने पर बैठे किसान। 

लुधियाना के लाडोवाल टोल प्लाजा पर दूसरे दिन किसानों ने कर्मियों को वाहन चालकों से टोल वसूलने नहीं दिया। टोल प्लाजा के एक हिस्से पर धरना जारी रहा, तो दूसरे से वाहन बिना टोल गुजरते रहे। इसी तरह लुधियाना-बठिंडा मार्ग पर पड़ते सुधार टोल प्लाजा, लुधियाना-फिरोजपुर रोड पर चौकीमान के टोल प्लाजा और लुधियाना-चंडीगढ़ मार्ग पर पड़ते घुलाल टोल प्लाजा पर भी किसान धरने पर बैठे हुए हैं।

उधर, जालंधर के नजदीक गिद्दड़पिड़ी, सतलुज दरिया पुल पर बने टोल प्लाजा पर वीरवार सुबह 10 बजे से किसानों ने पक्का धरना लगा दिया। लाडोवाल टोल प्लाजा पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए किसान नेता अमरीक ङ्क्षसह भागपुरिया ने कहा कि हमारा मकसद लोगो को परेशान करना नहीं है इसलिए ट्रैफिक जाम नहीं किया। किसानों की दुश्मन साबित हो रही केंद्र सरकार से विरोध है। इसके चलते नेशनल हाईवे अथॉरिटी के टोल बैरियर पर शुल्क बंद करवा दिया है।

मंत्री सोम प्रकाश के घर का घेराव करने की कोशिश, पुलिस ने रोका

लोक इंसाफ पार्टी (लिप) ने वीरवार को फगवाड़ा के अर्बन एस्टेट में केंद्रीय राज्यमंत्री सोम प्रकाश के घर का घेराव करने की कोशिश की। लोक इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष विधायक सिमरजीत सिंह बैंस के साथ पहुंचे वर्करों को रोकने के लिए पुलिस ने पहले से ही अर्बन एस्टेट के चारों तरफ बेरिकेडिंग कर रखी थी। इस कारण लिप नेता व कार्यकर्ता उनके घर तक नहीं पहुंच पाए और बेरिकेडिंग के पास ही एक घंटे धरना प्रदर्शन किया। बैंस ने कहा कि मोदी सरकार ने कृषि कानून को लागू करके किसान को धरने प्रदर्शनों के लिए मजबूर कर दिया है। पंजाब में बैठे उनकी सरकार के मंत्री मौन धारण करके बैठे हैं। भाजपा को इसका खामियाजा जरूर भुगतना पड़ेगा।

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