पराली को खेतों में मिलाकर जमीन की सेहत सुधारे: धालीवाल

खेतीबाड़ी और किसान भलाई विभाग ब्लाक जगराओं की ओर से गांव चिमना में पराली को बिना आग लगाए जमीन में मिलाकर जमीन की सेहत में सुधार संबंधी प्रदर्शनी लगाई गइ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 10:35 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 10:35 PM (IST)
पराली को खेतों में मिलाकर जमीन की सेहत सुधारे: धालीवाल
पराली को खेतों में मिलाकर जमीन की सेहत सुधारे: धालीवाल

जागरण संवाददाता, जगराओं

खेतीबाड़ी और किसान भलाई विभाग ब्लाक जगराओं की ओर से गांव चिमना में पराली को बिना आग लगाए जमीन में मिलाकर जमीन की सेहत में सुधार संबंधी प्रदर्शनी लगाई गई।

एसडीएम जगराओं नरिदर सिंह धालीवाल ने किसानों को अपील की कि फसलों के अवशेष को आग न लगाकर उसे जमीन में ही मिलाएं। जिससे उनकी जमीन की सेहत में सुधार होने के साथ खेती खर्चे भी कम किए जा सकते हैं। वातावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए सरकार के निर्देशों का पालन करें। उन्होंने नौजवान पीढ़ी को विदेशों में जाने के सपने त्याग कर खेती को अपनाना चाहिए।

ब्लाक खेतीबाड़ी अफसर डा.गुरदीप सिंह ने बताया कि पराली को खेतों में मिलाने से खादों की खपत कम हो जाती है। इससे फसल के उत्पादन में भी वृद्धि होती है। इससे जमीन में जैविक खादों व जीवाणुओं की गिनती में वृद्धि होती है। इस मौके पर डा.गुरमुख सिंह ब्लाक खेतीबाड़ी अफसर सिधवां बेट ने कहा कि पराली को खेतों में मिलाने वाली मशीनरी को-आपरेटिव सोसायटियों में उपलब्ध है। जहां किसान किराये पर लेकर अपने खेतों को तैयार कर सकते हैं। इस मौके पर राजपाल सिंह गिल एसडीओ पंजाब प्रदूषण बोर्ड ने बताया कि किसान पराली को आग लगाने से गुरेज करें। पराली जलाने वालों पर जुर्माना व केस दर्ज किए जा रहे है। एडीओ डा.रमिदर सिंह, डा.जसवंत सिंह ने बताया कि फसलों के अवशेषों को आग लगाने से रोकने के लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है। इस मौके पर किसान अमरजीत सिंह ,गुरजंट सिंह, बलदेव सिंह सहित अन्य किसान मौजूद थे।

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