किसान आंदोलन पंजाब पर पड़ रहा भारी, Reliance outlets बंद; हजारों युवाओं की नौकरियों पर लटकी तलवार
पंजाब को किसानों का आंदोलन भारी पड़ता दिख रहा है। इससे अब युवाओं के रोजगार के लिए खबता पैदा हो गया है। राज्य में रिलायंस के आउटलेट्स अधिकतर जगहों पर पिछले 10 माह से बंद पड़े हैें। इससे हजारों लोगों की नौकरियों पर तलवार लटक गई है।
लुधियाना, [मुनीश शर्मा]। पंजाब को तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहा किसान आंदोलन बहुत भारी पड़ रहा है। आंदोलन का असर पंजाब की आर्थिकता पर पड़ने लगा है। इसके साथ ही युवाओं की नौकरियों के लिए खतरा पैदा हाे गया है। कारपोरेट घरानों की ओर से पंजाब में खोले गए स्टोर लंबे समय से बंद होने के कारण युवाओं के लिए रोजगार की चुनौती खड़ी करने लगे हैं। राज्य में किला रायपुर में अडाणी लाजिस्टिक्स पार्क बंद हो गया है और दूसरी ओर, रिलायंस के आउटलेटस राज्य में अधिकतर स्थानों पर करीब 10 महीने से बंद हैं। ऐसे में इनमें काम रहे हजारों लोगों की नौकरियों पर तलवार लटक गई है।
किसान आंदोलन रोजगार को लेकर बढ़ा रहा युवाओं की चुनौती
दरअसल अदाणी लाजिस्टिक्स पार्क बंद होने के बाद अब कुछ अन्य कारपोरेट कंपनियों के स्टोर्स में काम करने वाले राज्य के युवाओं के लिए चुनौतियां पैदा हो रही हैं। उन्हें डर है कि अगर हालात न बदले तो जिन स्टोर्स के खुलने का इंतजार है कहीं कारपोरेट घराने कहीं अपने उपक्रम पंजाब में बंद ही न कर दें। किसान आंदोलन के कारण जहां अदाणी अपने उपक्रम को बंद कर दिया वहीं पंजाब में रिलायंस के कई आउटलेट्स पिछले दस महीने से नहीं खुले हैं।
लुधियाना में बंद पड़ा रिलायंस का एक आउटलेट। इस पर किसान आंदोलन के कारण स्टोर के बंद होने की पर्ची भी लगी है। (जागरण)
150 से ज्यादा स्टोर्स पर 5500 से अधिक लोग करते हैं काम
कई स्टोर्स के बाहर तो बकायदा इस बारे में सूचना पट लगाए गए हैं कि किसान आंदोलन के कारण स्टोर बंद हैं। इसका मुख्य कारण किसानों की ओर से कई स्टोर्स पर की गई तोड़फोड़ है। पंजाब में रिलायंस माल, रिलायंस ट्रेंड, रिलायंस ज्वेल्स, रिलायंस फ्रेश, रिलायंस वाना, रिलायंस फुट प्रिंट स्टोर, रिलायंस स्मार्ट, रिलायंस के पेट्रोल पंप आदि के करीब 150 उपक्रमों में करीब 5500 लोगों को रोजगार मिला। लेकिन, किसान आंदोलन के कारण अब कंपनी इन स्टोर्स को खोल नहीं रही है।
लुधियाना में बंद पड़ा रिलायंस का एक स्टाेर। (जागरण)
जानकारों के अनुसार इसका सीधा असर रोजगार को तो हो ही रहा है, इसके साथ ही राज्य सरकार को कारपोरेट जगत से नया निवेश न मिलने के कारण नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। वहीं कई ऐसे युवा भी हैं जो कारपोरेट जगत से रोजगार की उम्मीद रखते हैं लेकिन उन्हें भी मौके नहीं मिल पा रहे हैं। इतना ही सब्जी एवं फल बेचने वाले किसानों को भी किसानों के आंदोलन के कारण बंद हुए इन स्टोर्स से नुकसान हो रहा है।
आंदोलन के कारण रिलायंस भी 10 महीने से नहीं खोल रहा अपने स्टोर
रिलायंस के एक दर्जन से अधिक रिटेल स्टोर केवल लुधियाना में ही हैं और अगर राज्य की बात करें तो करीब 150 विभिन्न ब्रांड के स्टोर हैं, जो इन दिनों किसान आंदोलन की वजह से बंद हैं। जानकार अब इस बात को लेकर चिंतित हैं कि अगर रिलायंस ने भी अदाणी जैसा कदम उठा लिया तो न जाने कितने युवाओं का रोजगार जा सकता है और राज्य में नए निवेश पर भी संकट खड़ा हो सकता है।
लुधियाना में बंद पड़ा रिलायंस फ्रेस स्टोर। (जागरण)
आर्थिक जानकारों का कहना है कि यह हालात पंजाब के भविष्य के लिए सही नहीं हैं। कई बड़ी कंपनियां पंजाब में निवेश करने से कतरा सकती हैं। पंजाब सरकार की ओर से 'इनवेस्ट पंजाब' के तहत निवेश के लिए कई तरह की सुविधाएं देने की बात कही थी, लेकिन सुरक्षा यकीनी नहीं हो पाई। अब बड़े कारपोरेट समूह की ओर से राज्य में अपने उपक्रम बंद करने से कारपोरेट जगत में पंजाब को लेकर गलत संदेश जा रहा है।