फरीदकोट के डिप्टी कमिश्नर विमल कुमार बोले- रोजगार कैंपों में नौकरी पाने वाले वाले पचास फीसदी ही करते हैं नौकरी

फरीदकोट जिला प्रशासन द्वारा लोगों की मूलभूत जरूरतों के साथ रोजगार पर दैनिक जागरण के साथ डिप्टी कमिश्नर विमल कुमार सेतिया ने बेबाकी से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि फरीदकोट में दसवीं 11वीं व बारहवीं कक्षा के स्कूल 26 जुलाई से खुल रहे हैं।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 10:19 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 10:19 AM (IST)
फरीदकोट के डिप्टी कमिश्नर विमल कुमार बोले- रोजगार कैंपों में नौकरी पाने वाले वाले पचास फीसदी ही करते हैं नौकरी
सप्ताह के साक्षात्कार के दौरान फरीकोट के डीसी विमल कुमार। (जागरण)

फरीदकोट [प्रदीप कुमार सिंह]। चुनावी साल में जितना दबाव प्रदेश सरकार पर अपने को बेहतर साबित दिखाने का है, शायद उससे कहीं ज्यादा दबाव जिला प्रशासन पर लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने का है। फरीदकोट जिला प्रशासन द्वारा लोगों की मूलभूत जरूरतों के साथ रोजगार पर दैनिक जागरण के साथ डिप्टी कमिश्नर विमल कुमार सेतिया ने बेबाकी से अपनी बात रखी।

सवाल : जिले में शुद्धपेय जल कितनी बड़ी समस्या है।

जवाब : फरीदकोट ही नहीं मालवा के कई जिलों में भूजल हैवीमैटलयुक्त है। यह कई बीमारियों का कारण बन रहा है। हमारी कोशिश है कि गांव से लेकर शहर तक सभी को स्वच्छ पेयजल मिले। शहरों व गांवों में कैनाल वाटर को फिल्टर कर लोगों तक पेयजल के रूप में पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। शहर व गांवों में आरओ प्लांट से व वाटर वर्कर्स से पानी की सप्लाई की जा रही है। लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।

सवाल : रोजगार कैंप, नौजवानों के लिए कितने सार्थक हैं, कितनों को अब तक रोजगार मिला व कितनों ने छोड़ा।

जवाब  : पंजाब सरकार द्वारा घर-घर लोगों को रोजगार देने के लिए मिशन के तहत कार्य किया जा रहा है। पिछले दो सालों में मिशन रोजगार के तहत 10000 लोगों को रोजगार मिला है। हालांकि जिन लोगों को कैंपों में रोजगार मिला उनमें से 50 फीसदी लोग ही काम कर रहे हैं। इसके अलावा बैंकों की मदद से लोगों को सब्सिडी वाला रोजगार कर्जा दिलाया।  

सवाल: चुनावी साल में प्रदेश सरकार के विभागों में धरना-प्रदर्शन से कितना काम प्रभावित हो रहा है।

जवाब : हड़ताल के कारण निश्चित रूप से काम प्रभावित होता है। जरूरत है कि अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे, अधिकारी-कर्मचारी, अध्यापक, डाक्टर व दूसरे लोग यह जरूर ध्यान रखें कि उनकी हड़ताल या विरोध प्रदर्शन से आम जनता को कम से कम परेशानी हो।    

सवाल : स्कूलों के खोलने की क्या तैयारी है।

जवाब : फरीदकोट जिले में दसवीं, 11वीं व बारहवीं कक्षा के स्कूल 26 जुलाई से खुल रहे हैं, जबकि दो अगस्त से सभी स्कूल खोले जाने हैं, ऐसे में जरूरी है कि स्कूल का सभी स्टाफ जरूर कोरोना वैक्सीन लगवाए, फिलहाल अभी पचास फीसदी क्षमता तक ही स्कूल खोले जाने हैं। इसकी अगली गाइडलाइन जल्द जारी होगी।

सवाल: आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना का लक्ष्य कब तक पूरा होगा।

जवाब: आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना एक बेहतर योजना है।  इस योजना के तहत जो भी लाभपात्र हैं, उन्हें जल्द से जल्द अपने कार्ड बनवा लेने चाहिए, जिला प्रशासन, सेहत विभाग व दूसरे संबंधित विभागों की लगातार मोनेटेरिंग कर रहा है, इसके तहत सरकारी व निजी अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक उपचार कैशलेस है, 31 अगस्त तक जिले को मिले लक्ष्य को एचीव कर लिया जाएगा।  

सवाल : बाबा फरीद आगमन पर्व मनाया जाएगा कि नहीं।

जवाब: बाबा फरीद आगमन पर्व मनाया जाएगा कि नहीं, यह कोरोना महामारी की स्थित से स्पष्ट होगा। जिस तरह से हालात सुधर रहे है और कोरोना महामारी का प्रकोप घटा है, उसे देखकर लग रहा है कि आने वाले दिनों में और छूट लोगों को मिलेगी, परंतु बाबा फरीद आगमन पर्व मनाए जाने या फिर न मनाए जाने पर कुछ कहना जल्दबाजी होगी।  

सवाल: बाबा फरीद आगमन पर्व से पूर्व क्या मिलेगी शहरवासियों को उपहार।

जवाब: सितंबर महीने तीसरे सप्ताह में बाबा फरीद आगमन पर्व मनाया जाता है, ऐसे में इस बार आगमन पर्व से पूर्व फरीदकोट शहर के तीनों  एतिहासिक गेटो (नेहरू गेट, फरीदकोट स्टेट गेट व एग्रीकल्चर दफ्तर का गेट) की मरम्मत हो जाएगी, साथ में क्लाक टावर की भी मरम्मत होगी।  क्लाक टावर चालू करने के लिए कोलकाता से रायल क्लाक के कलपुर्जे मंगाए जा रहे है।

सवाल: जिले में कब तक पूरे होंगे, सीवरेज प्रोजेक्ट।

जवाब : जिले में सीवरेज प्रोजेक्ट के काम तेजी से चल रहे है, सितंबर माह तक सीवरेज का अधिकांश काम पूरा हो जाएगा, इससे लोगों को सुविधा मिलेगी। सीवरेज लाईन बिछाए जाने के साथ ही स्टीट्र लाईट, पेयजल पाईप लाईन  का भी काम चल रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुविधा मिल सके।

सवाल : कोरोना का प्रकोप कम हुआ है, परंतु महामारी खत्म नहीं, लोगों के लिए क्या है सलाह।

जवाब : निश्चितरूप से कोरोना महामारी का प्रकोप कम हुआ है। हमने सेहत विभाग के साथ मिलकर जिले में बेहतर कार्य किया, जिसका परिणाम रहा है फरीदकोट कोरोना वैक्सीनेशन व कोरोना सैंपल में आगे रहा है। अभी महामारी खत्म नहीं हुई, जरूरत है कि लोग मास्क लगाए और सोशल डिस्टेंङ्क्षसग का पालन करें।

सवाल : बतौर डीसी आपका ड्रीम प्रोजेक्ट क्या है।

जवाब : फरीदकोट जिले के लिए मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है कि जिले में कोई व्यक्ति भूखा न रहे और सभी को रोजगार मिले। इसके अलावा सभी लोग हमारे तक कभी भी पहुंच सके, इसके लिए भी मैं चौबीसों घंटे तैयार रहता है, ताकि लोगों को लगे कि डीसी उनका है और वह कभी भी जरूरत पडऩे पर उस तक पहुंच का सकते है।

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