जेल में युवक की मौत का मामलाः परिजनों ने लुधियाना-चंडीगढ़ रोड पर लगाया धरना, लगा लंबा जाम

परिवार ने आरोप लगाया कि दो दिन तक पुलिस ने दीपक व उसकी पत्नी को बहुत टॉर्चर किया। परिवार का यह भी आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने दोनों को छोड़ने के लिए उनसे डेढ़ लाख रुपये की मांग की।

By Vikas KumarEdited By: Publish:Fri, 28 Feb 2020 03:15 PM (IST) Updated:Fri, 28 Feb 2020 03:15 PM (IST)
जेल में युवक की मौत का मामलाः परिजनों ने लुधियाना-चंडीगढ़ रोड पर लगाया धरना, लगा लंबा जाम
जेल में युवक की मौत का मामलाः परिजनों ने लुधियाना-चंडीगढ़ रोड पर लगाया धरना, लगा लंबा जाम

लुधियाना, जेएनएन। सेंट्रल जेल में दीपक शुक्ला नाम के युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला गरमाता जा रहा है। शुक्रवार को मृतक के परिजन और मोहल्ला निवासी पुलिस कार्रवाई की मांग करते हुए लुधियाना-चंडीगढ़ रोड पर धरने पर बैठ गए, जिससे सड़क के दोनों तरफ लंबा जाम लग गया। परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि अमानवीय प्रताड़ना के चलते ही दीपक की मौत हुई है। इससे पहले वीरवार को दर्जनों की संख्या में जमा हुए मृतक के परिजनों ने पुलिस कमिश्नर दफ्तर के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। इसके बाद मौके पर पहुंचे एसीपी सिविल लाइंस जतिदर सिंह ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। परिजनों की मांग है कि आरोपित पुलिस कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार किया जाए।

परिवार के लोगों ने बताया कि अहमदगढ़ निवासी 26 वार्षीय दीपक बजाज फाइनांस कंपनी में काम करता था। करीब दो साल पहले उसकी शादी हुई थी। कुछ समय पहले दीपक ने इंटरनेट एप के जरिए एक कार खरीदी थी। गत 15 फरवरी को चौकी कोचर मार्केट चौकी की पुलिस दीपक व उसकी पत्नी प्रीति को उठाकर ले गई। पुलिस का कहना था कि जो कार उनसे बरामद हुई है, वो चोरी की है।

लुधियाना-चंडीगढ़ रोड पर धरने पर बैठे मृतक युवक के परिजन व मोहल्ला वासी।

परिवार का आरोपः  छोड़ने के लिए चौकी इंचार्ज ने मांगे डेढ़ लाख

परिवार ने आरोप लगाया कि दो दिन तक पुलिस ने दीपक व उसकी पत्नी को बहुत टॉर्चर किया। परिवार का यह भी आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने दोनों को छोड़ने के लिए उनसे डेढ़ लाख रुपये की मांग की। उनके पास इतने पैसे नहीं हुए तो उन्होंने 25 हजार रुपये दे दिए। पुलिस ने यह कहकर 16 तारीख को प्रीति को छोड़ दिया कि सवा लाख रुपये और ले आना। परिवार का आरोप है कि 15 से 24 फरवरी तक पुलिस ने दीपक को अवैध रूप से चौकी में रख उसके साथ मारपीट की। दीपक के मुंह से भी खून निकल रहा था। 25 फरवरी को पुलिस ने दीपक को जेल भेज दिया। जहां 26 फरवरी की देर रात दीपक को खून की उलटी आई और उसने दम तोड़ दिया। परिवार ने पोस्टमार्टम के बाद शव लेने से इनकार कर दिया है। 

विसरा जांच के बाद सामने आएगा मौत का असल कारण

वीरवार को पोस्टमार्टम वीडियोग्राफी के बीच हुआ। सामने आया कि युवक के पैर पर सूजन थी व सीधे हाथ की कोनी में छोटी सी रगड़ का निशान भी था। डॉक्टर ने पोस्टमार्टम के बाद विसरा जांच के लिए खरड़ स्थित लैब में भेज दिया है, जिसके बाद मौत के असली कारण सामने आ सकेंगे। 

chat bot
आपका साथी