परिवार ने निजी अस्पताल पर लगाए लापरवाही के आरोप

बुधवार को कोरोना के चलते खन्ना के एएस कालेज के पूर्व प्रिसिपल तरसेम बाहिया के निधन के बाद बाहिया के परिवार ने लुधियाना के निजी अस्पताल पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 01 Apr 2021 06:54 PM (IST) Updated:Thu, 01 Apr 2021 06:54 PM (IST)
परिवार ने निजी अस्पताल पर लगाए लापरवाही के आरोप
परिवार ने निजी अस्पताल पर लगाए लापरवाही के आरोप

जागरण संवाददाता, खन्ना

बुधवार को कोरोना के चलते खन्ना के एएस कालेज के पूर्व प्रिसिपल तरसेम बाहिया के निधन के बाद बाहिया के परिवार ने लुधियाना के निजी अस्पताल पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि खुद प्रिसिपल बाहिया ने लगातार परिवार को फोन पर इस संबंधी जानकारी दी थी।

प्रिसिपल बाहिया के बेटे पावेल बाहिया ने बताया कि अस्पताल के डाक्टरों ने सही इलाज ही नहीं किया। अगर पिता को खांसी भी होती थी तो बाहर से फोन कर डाक्टरों को दवाके लिए कहा जाता था। 24 मार्च को उन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया था। दो दिन बाद ही उनके पिता ने अंदर से फोन कर इलाज में कमी की शिकायत की। कोरोना के चलते डाक्टर चेकअप तक करने नहीं आते थे। वेंटिलेटर पर भी सवाल

पावेल ने बताया कि अस्पताल के डाक्टरों ने वेंटिलेटर लगाने में भी देरी की। डाक्टरों ने ढाई बजे वेंटिलेटर लगाने की बात कही, लेकिन उसे लगाया पांच बजे लगाया गया। उन्होंने बाहर से खिड़की द्वारा देखा तो एक सेवादार हाथ से पम्प चला रहा था। जबकि, वेंटिलेटर तो आटोमैटिक होता है। वेंटिलेटर की क्वालिटी भी खराब थी। पन्द्रह मिनट में कैसे बिगड़ी हालत

पावेल बाहिया ने बताया कि मौके पर मौजूद एक महिला डाक्टर से उन्होंने बात की तो उसने बताया कि आक्सीजन 98 फीसद है। लेकिन उसके 15 मिनट बाद ही हालत कैसे बिगड़ गई। ऊपर से फोन आने पर वे पहुंचे तो बताया गया कि प्रिसिपल बाहिया नहीं रहे। आरोप है कि अस्पताल ने लगातार उन्हें गुमराह किया। डाक्टर ने नहीं उठाया फोन

इस संबंधी काफी प्रयास के बाद भी अस्पताल के कोविड वार्ड के इंचार्ज डा. राजेश महाजन से संपर्क नहीं हो पाया। उन्होंने फोन नहीं उठाया।

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