नकली प्रशांत किशाेर अब पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर के खिलाफ नेताओं को भड़का रहा, जानें पूरा मामला

पंजाब में नकली प्रशांत किशोर ने कांग्रेस में हलचल मचा रखी है। प्रशांत किशोर की आवाज में यह व्‍यक्ति राज्‍य के कांग्रेस नेताओं को मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बयान देने के लिए उकसा रहा है। इस संबध में पुलिस में केस दर्ज कराया गया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 09:18 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 03:02 PM (IST)
नकली प्रशांत किशाेर अब पंजाब सीएम कैप्टन अमरिंदर के खिलाफ नेताओं को भड़का रहा, जानें पूरा मामला
पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की फाइल फोटो।

लुधियाना, जेएनएन। पंजाब में अब नकली प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेताओं की नाक में दम कर रखा है। प्रशांत किशोर की आवाज पहले य‍ह व्‍यक्ति पहले कांग्रेस नेताओं से विधानसभा चुनाव में टिकट दिलाने का सौदा करता था और अब यह व्‍यक्ति कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ नेताओं को भड़का रहा है। बताया जा रहा है कि वह कांग्रेस नेताओं को कैप्‍टन अमरिंदर के खिलाफ बयान देने के लिए उकसा रहा है।

पुलिस ने राजनीतिक रणनीतिकार और मुख्यमंत्री पंजाब के प्रमुख सलाहकार प्रशांत किशोर (पीके) का नाम इस्तेमाल कर कांग्रेस नेताओं को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ भड़काने के आरोप में केस दर्ज किया है। पुलिस ने थाना डिवीजन नंबर-6 में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करके नकली पीके की तलाश शुरू कर दी है।

थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अमनदीप बराड़ ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि आपराधिक तत्वों ने एक गिरोह तैयार किया है। गिरोह के सदस्य विगत एक सप्ताह से नेताओं और जनप्रतिनिधियों फोन काल कर खुद को प्रशांत किशोर बताते हैं। नकली पीके फोन करके पंजाब के मुख्यमंत्री के खिलाफ सार्वजनिक बयानबाजी करने और उनके नेतृत्व की आलोचना करने के लिए नेताओं को उकसा रहा है। इस तरह की फोन काल आने के बाद कुछ जनप्रतिनिधियों की ओर से दिल्ली में कांग्रेस के बड़े नेताओं को कैप्टन के खिलाफ शिकायत करने की सूचना भी मिली है।

थाना प्रभारी ने कहा कि काल करने वाले गिरोह के सदस्य नेताओं को उकसा कर बड़ी ठगी की वारदात को अंजाम भी दे रहे हैं। नेताओं से पैसों की मांग की जा रही है यह लालच भी दिया जा रहा है कि इस काम के लिए 2022 के विधानसभा चुनाव में टिकट और हाईकमान से उच्च पद भी दिलाया जाएगा।

पुलिस जांच में सामने आया कि गिरोह के सदस्य दिल्ली मार्ग पर शेरपुर चौकी के आसपास सक्रिय हैं। उनके खिलाफ आइपीसी की विभिन्न धाराओं के आलावा आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। इस बारे में लुधियाना सेंट्रल से कांग्रेस विधायक सुरिंदर डाबर ने कहा कि उन्हें इस तरह का कोई फोन नहीं आया। उनका कहना है कि पार्टी और सीएम की छवि को लेकर उन्हें किसी की सलाह की जरूरत नहीं है।

वहीं लुधियाना पूर्वी के कांग्रेस विधायक संजय तलवार ने कहा कि ऐसे लोग सीधा विधायक को फोन नहीं कर सकते। हो सकता है कि गिरोह के लोगों ने विधायकों के साथ चलने वाले उनके समर्थकों व करीबियों को फोन किया हो। मुझे ऐसा कोई फोन नहीं आया।

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