कम इंसेंटिव से विश्व बाजार में मजबूती से परफार्म नहीं कर पा रहे निर्यातक

चैंबर आफ इंडस्ट्रीयल एंड कामर्शियल अंडरटेकिग्स (सीआइसीयू) की एक्सपोर्ट प्रोमोशन कमेटी की बैठक मंगलवार को चैंबर भवन में हुई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 06:22 AM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 06:22 AM (IST)
कम इंसेंटिव से विश्व बाजार में मजबूती से परफार्म नहीं कर पा रहे निर्यातक
कम इंसेंटिव से विश्व बाजार में मजबूती से परफार्म नहीं कर पा रहे निर्यातक

जागरण संवाददाता, लुधियाना : चैंबर आफ इंडस्ट्रीयल एंड कामर्शियल अंडरटेकिग्स (सीआइसीयू) की एक्सपोर्ट प्रोमोशन कमेटी की बैठक मंगलवार को चैंबर भवन में हुई। इसमें उद्यमियों ने निर्यातकों को आ रही समस्याओं पर मंथन किया और उनके समाधान के लिए सरकार से बातचीत करने पर सहमति जताई। बैठक में सदस्यों ने ड्यूटी ड्रा बैक के रिफंड, निर्यातकों के जीएसटी आडिट, रेलवे फ्रेट पर शिपिग लाइंस की ओर से अतिरिक्त चार्जेज लगाने को लेकर चिता जताई।

चैंबर के प्रधान उपकार सिंह आहूजा ने कहा कि निर्यात प्रोत्साहन कमेटी उद्यमियों के डायरेक्टर जनरल फारेन ट्रेड, वाणिज्य मंत्रालय, कस्टम, बैंक के साथ विभिन्न दिक्कतों का समाधान करने में सहायता करती है। उन्होंने कहा कि शिपिग लाइंस के बढ़ रहे चार्जेज एवं सरकार की ओर से इंसेंटिव में कमी से निर्यातकों को विश्व बाजार की चुनौतियों का मुकाबला करने में दिक्कत आ रही है। इस संबंध में चैंबर ने डीजीएफटी एवं वाणिज्य मंत्रालय को ज्ञापन भेजा है। इस अवसर पर कमेटी के को कनवीनर सर्वजीत सिंह समेत कई निर्यातक मौजूद रहे।

सरकार बनाए समयबद्ध सिस्टम

महासचिव पंकज शर्मा ने कहा कि कई उद्यमियों को सरकार ने रिस्की निर्यातकों की सूची में डाल रखा है, जबकि निर्यातकों ने सरकार की तमाम औपचारिकताओं को पूरा कर दिया है। इसके बावजूद उनको सूची से नहीं निकाला जा रहा। इससे उनको निर्यात करने में दिक्कत आ रही है। शर्मा ने कहा कि इस संबंध में सरकार को समयबद्ध सिस्टम बनाने की जरूरत है।

निर्यात बढ़ाकर ही मजबूत होगी अर्थव्यवस्था

एक्सपोर्ट प्रोमोशन कमेटी के कन्वीनर राम लुभाया ने कहा कि निर्यातकों को विश्व बाजार में कई चुनौतियों का मुकाबला करना पड़ रहा है। इनको दूर करने के लिए कमेटी प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि निर्यात को बढ़ा कर ही अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सकता है।

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