बिना परमिट आठ घंटे बंद रखी लाइट, विरोध जताया तो धरने पर बैठे पॉवरकर्मी
कर्फ्यू के दौरान रात के समय लाइट बंद करके एक फैक्ट्री में केबल डालने के विरोध में इलाके के लोगों ने पॉवरकॉम कर्मियों का विरोध किया।
लुधियाना, जेएनएन। कर्फ्यू के दौरान रात के समय लाइट बंद करके एक फैक्ट्री में केबल डालने के विरोध में इलाके के लोगों ने पॉवरकॉम कर्मियों का विरोध किया। बिना परमिट काम करने के आरोप में पुलिस बुला कर उनके हवाले कर दिया। जिसके चलते वीरवार सुबह पॉवरकॉम कर्मियों ने काकोवाल रोड फीडर में कांग्रेसी पार्षद पति के खिलाफ धरना दे दिया। उनकी मांग थी कि पार्षद पति के खिलाफ केस दर्ज होने तक वो लोग धरने से नहीं हटेेंगे।
जेई रघुबीर सिंह ने आरोप लगाया कि बुधवार शाम पॉवरकॉम टीम इलाके में परमिट लेकर इलाके में लेबर काम कर रही थी। जबकि पार्षद पति विपिन विनायक व उनके समर्थकों ने उनके स्टाफ कमलदीप सिंह, हरदीप सिंह व बहादुर सिंह के साथ गाली-गलौज करके गुंडागर्दी की और पुलिस को बुलाकर उनके मुलाजिम को पुलिस के हवाले कर दिया। कमलदीप, हरदीप, राम अवध, गुरमीत और साहिल को पुलिस के हवाले किया।
घटना बुधवार रात 9.30 बजे की है, नूरवाला रोड के बसंत विहार इलाके में दोपहर दो बजे से लाइट नहीं थी। इलाके के लोगों का कहना है कि पॉवरकॉम के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने पर पता चला कि पीछे से फॉल्ट है। देर रात तब जब लाइट नहीं आई तो लोग पार्षद के घर पर इकट्ठा हो गए। कई बार जेई को फोन किए, पर उन्हें इसका उत्तर नहीं मिला। काफी माथापच्ची के बाद उन्हें पता लगा कि इलाके की एक पांच मंजिला प्राइवेट फैक्ट्री की बिल्डिंग में काम चल रहा है। उसमें वायरिंग हो रही है। जिसके चलते पीछे से लाइन बंद की गई है। कर्फ्यू व लॉकडाउन के दौरान रात 9:30 बजे तीन सरकारी मुलाजिम और 12 प्राइवेट आदमी वहां काम कर रहे थे।
लोगों का आरोप है कि जैसे ही उन्होंने मोबाइल का कैमरा ऑन करके वीडियो बनाना शुरू किया तो तीनों पॉवरकर्मी से खिसकने लगे। वहां एक प्राइवेट महिंद्रा गाड़ी में बिजली की तारें भी लाई गई थीं। मौके पर ही वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। थाना बस्ती जोधेवाल पुलिस को मामले की शिकायत दी गई कि कर्फ्यू के दौरान रात के समय बिना परमिट वहां काम किया जा रहा था। मौके पर पहुंची पुलिस ने एक मुलाजिम को हिरासत में ले लिया। इसी के विरोध में पॉवरकॉम कर्मियों ने धरना दे दिया।
पार्षद के पति विपिन विनायक का कहना है कि इलाके में फैक्ट्री की पांच मंजिला इमारत बन रही थी। रात के समय जेई कुलविंदर सिंह अपने साथियों के साथ वहां अवैध रूप से काम करा रहा था। जब उसका वीडियो बना तो वो मौके से भाग गया। उसके बाद से उसका मोबाइल बंद आ रहा है। पुलिस को चाहिए कि उसकी लोकेशन निकाली जाए। हम पर जो गाली गलौज या मारपीट के आरोप लगाए जा रहे हैं, उसके लिए लाइव वीडियो देखा जा सकता है। हमने रात के समय मुलाजिमों को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया। तब अधिकारियों ने मिन्नतें करके उन लोगों को यह बोल कर छुड़वा लिया कि आप एफआईआर मत करवाना। सुबह जैसे कहेंगे वैसा कर लेंगे। मगर दिन चढ़ते ही उन लोगों ने झूठे आरोप लगा कर धरना लगा दिया।
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