लुधियाना के DMCH में बुजुर्ग महिला की मौत, परिजनों ने इलाज में देरी व लापरवाही के लगाए आरोप
शनिवार को उनकी मां को सांस लेने में दिक्कत हुई। जिसके बाद वह अपनी मां को लेकर हीरो डीएमसी हार्ट इंस्टीट्यूट लेकर गए। लेकिन वहां पर उन्हें कहा गया कि कोरोना का टेस्ट करवाएं। टेस्ट के लिए उन्हें DMV भेज दिया। यहां किसी ने उनकी मां को नहीं देखा।
लुधियाना, जेएनएन। दयानंद मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (DMCH) पर एक बार फिर से इलाज में लापरवाही बरते जाने का आरोप लगा है। साउथ मॉडल ग्राम के रहने वाले बनवारी हरजय ने आरोप लगाया कि DMCH अस्पताल द्वारा उनकी माता का इलाज समय पर शुरू न होने से मौत हो गई। उनकी माता संतोष कुमारी (72) का दस सालों से हीरो डीएमसी हार्ट इंस्टीट्यूट में दिल का इलाज चल रहा था।
शनिवार को उनकी मां को सांस लेने में दिक्कत हुई। जिसके बाद वह अपनी मां को लेकर हीरो डीएमसी हार्ट इंस्टीट्यूट लेकर गए। लेकिन, वहां पर उन्हें कहा गया कि कोरोना का टेस्ट करवाएं। टेस्ट के लिए उन्हें DMV भेज दिया। यहां आने दो घंटे से अधिक समय तक किसी ने उनकी मां को नहीं देखा। काफी मिन्नतें करने के बाद मां का रैपिड टेस्टिंग किट के जरिये कोरोना टेस्ट किया गया, जिसमें वह नेगटिव आई। लेकिन इसके बाद उन्हें तुरंत हीरो डीएमसी हार्ट इंस्टीट्यूट न भेजकर डीएमसी में ही रखा गया।
देरी की वजह से हालत बिगड़ी
लगातार इलाज में देरी की वजह से उनकी मां की हालत काफी बिगड़ गई। जब डॉक्टर को बुलाया तो उनका कहना था कि उनकी हार्टबीट बंद हो गई है, अब शॉक देना होगा। शॉक मिलने के बाद मां की दिल की धड़कन चलने लगी। कुछ समय बाद वो बाहर आ गए, फिर से तबीयत बिगड़ गई। लेकिन किसी सीनियर डॉक्टर को नहीं बुलाया गया और थोड़ी देर बाद बताया कि उनकी मां की मौत हो गई।
अस्पलाल ने अाराेप नकारे
उधर, अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. संदीप शर्मा ने इलाज में देरी और लापरवाही के आरोपों को नकारा। उन्होंने कहा कि टेस्ट रिपोर्ट आते ही इलाज शुरू कर दिया गया था। डॉक्टरों ने अपनी तरफ से मरीज को बचाने की पूरी कोशिश की।
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