UPSC CSE Main Result 2020: लुधियाना के डा. राजदीप काे पांचवें प्रयास में मिली सफलता, पाया 495वां रैंक

UPSC CSE Main Result 2020 28 वर्षीय डा. राजदीप सिविल अस्पताल कूमकलां में मेडिकल अफसर हैं। उनकी प्राथमिकता आइएएस है। दूसरे नंबर पर आइपीएस है। सिविल सर्विसेज में जाने की इच्छा रखने वाले युवा खुद पर विश्वास रखें और हिम्मत कभी न हारें।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 12:15 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 03:03 PM (IST)
UPSC CSE Main Result 2020: लुधियाना के डा. राजदीप काे पांचवें प्रयास में मिली सफलता, पाया 495वां रैंक
डा. राजदीप सिविल अस्पताल कूमकलां में मेडिकल अफसर हैं। (फाइल फाेटाे)

जागरण संवाददाता, लुधियाना। UPSC CSE Main Result 2020: जमालपुर के रहने वाले डा. राजदीप सिंह खैरा ने सिविल सर्विसेज परीक्षा में पांचवें प्रयास में सफलता पाई है। उन्होंने 495वां रैंक हासिल की है। डा. राजदीप ने बताया कि वह वर्ष 2016 से प्रयास कर रहे हैं। 2017 में दूसरी, 2018 में तीसरी और 2019 में चौथी बार कोशिश की थी लेकिन परीक्षा पास नहीं कर पाए थे। इसके बावजूद हौसला नहीं छोड़ा और पिछले साल पांचवीं बार परीक्षा दी।

सेल्फ स्टडी को प्राथमिकता देने वाले डा. राजदीप ने कहा कि आप्शनल विषय में मैंटर सर्बजीत सिंह ने उनकी मदद की। 28 वर्षीय डा. राजदीप सिविल अस्पताल कूमकलां में मेडिकल अफसर हैं। उनकी प्राथमिकता आइएएस है। दूसरे नंबर पर आइपीएस है। सिविल सर्विसेज में जाने की इच्छा रखने वाले युवा खुद पर विश्वास रखें और हिम्मत कभी न हारें। उन्होंने सराभा नगर के सेक्रेड हार्ट कान्वेंट स्कूल से बारहवीं और पटियाला के सरकारी मेडिकल कालेज और राजिंदर अस्पताल से एमबीबीएस की है।

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चौथे अटेंपट में सतिंदर ने पाया 563वां रैंक

संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सर्विसेज परीक्षा 2020 का फाइनल परिणाम शुक्रवार शाम को जारी कर दिया। लुधियाना के दुगरी इलाके की 36 वर्षीय सङ्क्षतदर कौर ने परीक्षा में 563वीं रैंक प्राप्त की है। सतिंदर की शादी हो चुकी है फिलहाल वह पति ध्रुव समर के साथ दिल्ली में दिल्ली रह रही है। चौथे प्रयास में उन्हें सफलता हाथ लगी है। सतिंदर कौर ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2011 में पहली बार परीक्षा दी थी। इसके बाद वर्ष 2015 में उनकी शादी हो गई लेकिन उन्होंने अपनी कोशिश जारी रखी। वर्ष 2018 में दूसरी और वर्ष 2019 तीसरी बार परीक्षा दी। तीन बार असफल होने पर भी हिम्मत नहीं हारी और 2020 में चौथी बार प्रयास किया।

पिछले साल अक्टूबर प्रारंभिक परीक्षा हुई थी। इसके बाद इस साल जनवरी में मुख्य परीक्षा हुई थी। 22 सितंबर को फाइनल साक्षात्कार हुआ। सतिंदर का कहना है कि उनकी प्राथमिकता आइएफएस में जाने की है लेकिन अभी पता नहीं है कि उन्हें कौन सी सर्विस अलाट होगी। परीक्षा के अंक अभी जारी नहीं हुए। उन्होंने शास्त्री नगर स्थित बीसीएम आर्य माडल स्कूल से दसवीं और बारहवीं माडल टाउन के गुरु नानक गल्र्स कालेज से की है।

पति ने दिया हर कदम पर साथ

सतिंदर के पति दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। पति ने उनका बहुत साथ दिया है। जब वह परीक्षा के लिए कोचिंग ले रही थीं तो पति खाना भी बनाते थे। वह कहती हैं कि जब तक सफल न हो जाओ तब तक हार कभी नहीं माननी चाहिए। परीक्षा के लिए उम्र कोई मायने नहीं रखती है। बस खुद पर विश्वास होना चाहिए।

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