छठे पे कमिशन के विरोध में लुधियाना के सिविल अस्पताल में डाक्टरों ने की हड़ताल, ओपीडी की सेवाएं पूरी तरह से बंद

लुधियाना में पंजाब सरकार की ओर से पेश किए गए छठे पे कमीशन के विरोध में सिविल अस्पताल में डॉक्टरों ने हड़ताल की। डॉक्टरो के न होने से जहां सिविल अस्पताल से मरीज बिना इलाज के लौटे वहीं गर्भवती महिलाओं की ओपीडी स्लिप नहीं बनाई गई।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 10:41 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 10:41 AM (IST)
छठे पे कमिशन के विरोध में लुधियाना के सिविल अस्पताल में डाक्टरों ने की हड़ताल, ओपीडी की सेवाएं पूरी तरह से बंद
सिविल अस्पताल के बाहर प्रदर्शन करते हुए डाक्टर्स।

लुधियाना, जेएनएन। पंजाब सरकार की ओर से पेश किए गए छठे पे कमीशन में नान प्रेक्टिस अलाउंस को बेसिक वेतन से डीलिंक करने और एनपीए 25 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत किए जाने के विरोध में सिविल अस्पताल मे डॉक्टरों ने हड़ताल की। अस्पताल में अभी पूरी तरह से ओपीडी की सेवाएं बंद हैं। सुबह से कोई भी डाक्टर मौजूद नहीं रहा। मेडिसिन, सर्जरी, ऑर्थो व आई डिपार्टमेंट भी विरोध में बन्द रखा गया है। मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल में भी डॉक्टरों की ओपीडी बन्द रखी गई है। डॉक्टरो के न होने से जहां सिविल अस्पताल से मरीज बिना इलाज के लौटे, वहीं मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल में भी जांच के लिए पहुंची गर्भवती महिलाओं की ओपीडी स्लिप नहीं बनाई गई।

पंजाब सरकार के इस आदेश से चिकित्सकों में खासा रोष हैं। चिकित्सकों की ओर से सरकार के इस कदम को लेकर विरोध किया जा रहा है। जिसके तहत जिले में भी पीसीएमएस एसोसिएशन की ओर से विरोध किया जा रहा है। जिसके तहत पीसीएमएस एसोसिशन के सिविल अस्पताल के प्रेजीडेंट डा. रोहित रामपाल ने शुक्रवार को स्ट्राइक करने की चेतावनी दी है। डा. रोहित रामपाल ने कहा कि सिविल अस्पताल के सभी डाक्टर स्ट्राइक को पूरा समर्थन देंगे।

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