सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों की हड़ताल खत्म, आज से खुलेगी ओपीडी
सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों की हड़ताल बुधवार रात को समाप्त हो गई। बुधवार देर रात तक हुई पीसीएमएस एसोसिएशन की बैठक के बाद हड़ताल समाप्त करने का फैसला किया गया।
जासं, लुधियाना : छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के विरोध में जून से विरोध कर रहे सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों की हड़ताल बुधवार रात को समाप्त हो गई। बुधवार देर रात तक हुई पीसीएमएस एसोसिएशन की बैठक के बाद हड़ताल समाप्त करने का फैसला किया गया। वीरवार से सरकारी अस्पतालों में सभी स्वास्थ्य सेवाएं दोबारा से बहाल हो जाएंगी। डाक्टर अब ओपीडी में मरीजों को देखेंगे। डोप टेस्ट, मेडिकल सहित अन्य सभी सेवाएं पहले की तरह ही देंगे। एसोसिएशन के कार्यकारी सदस्य डा. अखिल सरीन ने बताया कि सरकार की तरफ से आश्वासन दिया गया है कि एनपीए को मूल वेतन के साथ जोड़ दिया जाएगा और भत्ते को बीस प्रतिशत रखा जाएगा। हालाकि हमारी माग है कि सरकार पहले की तरह भत्ता 20 से बढ़ाकर 25 फीसद करे। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मागों को लेकर नोटिफिकेशन नहीं जारी करती, तब तक वह काले बिल्ले लगाकर ड्यूटी करेंगे। डीसी, एसडीएम, सब रजिस्ट्रार दफ्तरों में 15 अगस्त तक हड़ताल :
डीसी, एसडीएम, सब रजिस्ट्रार दफ्तरों में 15 अगस्त तक कामकाज ठप रहेगा। पंजाब स्टेट डीसी आफिस इंप्लाइज यूनियन ने कलम छोड़ हड़ताल का फैसला किया है। इस दौरान कर्मचारी अधिकारियों की बैठकों में भी शामिल नहीं होंगे और कोविड संबंधी ड्यूटी भी नहीं करेंगे। दस दिन की हड़ताल के कारण लोगों को परेशानियों से जूझना होगा। सेवा केंद्रों में आवेदन भी पेंडिग हो जाएंगे। यूनियन के जिला प्रधान विकास कुमार का कहना है कि रेवेन्यू अफसरों ने भी हड़ताल पर रहने का भरोसा दिया है। सब रजिस्ट्रार दफ्तरों में रजिस्ट्रियां नहीं की जाएंगी। वीरवार को जिला मुख्यालय पर माल मंत्री का पुतला फूंका जाएगा। 15 अगस्त तक यूनियन फिर से बैठक कर आगामी रणनीति बनाएगी। गौरतलब है कि 16 अगस्त से रेवेन्यू अफसरों ने भी हड़ताल का ऐलान किया है।