लुधियाना में डाक्टर पैरलल ओपीडी में देखेंगे मरीज, मांगे पूरी नहीं होने पर दो अगस्त से सिविल सर्जन कार्यालय में देंगे धरना
मरीजों की तकलीफ देखकर डाक्टरों का दिल पिघल गया है। यही कारण है कि अब वह दोबारा पैरलल ओपीडी करने जा रहे है। पीसीएमएस एसोसिएशन के आह्वान पर सोमवार से शुक्रवार यानी 30 जुलाई तक जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रो में पैरलल ओपीडी होगी।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। छठे पे कमीशन में नान प्रैक्टिस अलाउंस (एनपीए) को बेसिक पे से डीलिंग करने और एनपीए घटाने के विरोध में सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों ने 17 से 24 जुलाई तक ओपीडी का बायकट किया था। अब इस हड़ताल को और आगे बढ़ाने के एलान किया गया था, लेकिन मरीजों की तकलीफ देखकर डाक्टरों का दिल पिघल गया है। यही कारण है कि अब वह दोबारा पैरलल ओपीडी करने जा रहे है। पीसीएमएस एसोसिएशन के आह्वान पर सोमवार से शुक्रवार यानी 30 जुलाई तक जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रो में पैरलल ओपीडी होगी। यह ओपीडी डाक्टर अपने रूम में करेंगे। ये जानकारी एसोसिएशन के ऐग्जेक्टिव मेंबर डा. अखिल सरीन ने दी है। डा. अखिल ने कहा कि अगर 29 जुलाई की शाम तक सेहत मंत्री की तरफ से डाक्टरों की मांगों को पूरा करने के लिए कार्रवाई नहीं की गई तो दो अगस्त से सिविल सर्जन कार्यलय में जाकर धरना देंगे।
बता दें कि छठे वेतन आयाेग की सिफारिशों का विरोध कर रहे सरकारी डाक्टरों की ओर से पिछले काफी दिनों से ओपीडी का बायकाट किया जा रहा है। इस बीच डाक्टर्स मे पैरलल ओपीडी भी चलाई पर अभी भी अस्पताल में कई ऐसे मरीज पहुंच रहे हैं, जिन्हें हड़ताल का पता नहीं है और परेशान हो बिना इलाज के उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है। मरीजों ने यह भी कहा कि अस्पताल में उन्हें गाइड करने वाला भी कोई नहीं है।
मरीजाें काे हाेना पड़ा परेशान
टिब्बा रोड शक्ति नगर के गुलबहार सिंह ने कहा कि उसके लीवर में समस्या है। इलाज कराने के लिए वह शनिवार सिविल की ओपीडी पहुंचे। हड़ताल का उन्हें पता नहीं था और बिना इलाज के पैसे ही बैरंग लौटना पड़ा है। शिमलापुरी की कुलदीप कौर अपने पति पवन के साथ इलाज के लिए अस्पताल की ओपीडी पहुंची। पथरी के दर्द की शिकायत के बाद भी उन्हें किसी तरह का इलाज नहीं मिला। कुलदीप ने यह भी कहा कि वह अस्पताल की एमरजेंसी में भी गए लेकिन उन्हें यह वापस भेज दिया गया कि ओपीडी में ही चेक कराएं।