Cable Politics: लुधियाना में केवल आपरेटर और कंजूमर के बीच किराये को लेकर तकरार, जानें कारण
Cable Politics कंज्यूमर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बिजली बिल माफ करने की घोषणा की तो लोगों का बिजली बिल माफ हो गया। उसी तरह मुख्यमंत्री ने सरेआम मंच से घाेषणा कि है कि केबल का बिल 100 रुपये से ज्यादा नहीं देना है।
लुधियाना, [डीएल डॉन]। Cable Politics: शहर में केबल आपरेटर और कंज्यूमर के बीच किराये काे लेकर तकरार शुरू हो गई है। शुक्रवार सुबह जसवंतनगर में केवल का किराया वसूलने जब केबल आपरेटर पहुंचा तो वहां एक कंज्यूमर से विवाद हो गया। केबल आपरेटर 340 रुपये किराया मांग रहे थे जबकि उपभोक्ता मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के आदेश के अनुसार 100 रुपये किराया देने की बात कर रहा था।
कंज्यूमर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बिजली बिल माफ करने की घोषणा की तो लोगों का बिजली बिल माफ हो गया। उसी तरह मुख्यमंत्री ने सरेआम मंच से घाेषणा कि है कि केबल का बिल 100 रुपये से ज्यादा नहीं देना है तो 340 रुपये किस आधार पर मांग रहे हो। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में करार हो गई। कहासुनी के साथ ही केवल काटने की भी बात चल पड़ी।
कुछ लोग वहां बीच-बचाव करने वाले भी पहुंच गए जिन्होंने कहा कि बिजली सरकार की चीज है उन्होंने माफ कर दिया केबल सरकार की चीज नहीं है। इस बात से लोग भड़क गए और दोनों पक्षों में काफी लोग जमा होकर आपस में कहासुनी करते नजर आए। जिस कंज्यूमर से पहले कहासुनी शुरू हुई थी। उन्होंने किराया नहीं दिया और बिजली आपरेटर यह कहकर वहां से चले गए कि उन्होंने कनेक्शन कटवा देना है। इस तरह केवल ऑपरेटर के जाने के बाद लोग आपस में चर्चा करते रहे कि मुख्यमंत्री केबल का पैसा ₹100 प्रतिमाह देने को कहा है जो सही है या नहीं इस पर लोग मंथन करते रहे।
हालांकि काफी लोगों ने कहा कि केवल का संचालन सरकार द्वारा नहीं है। इसलिए सरकार रेट फिक्स करने में सही कदम नहीं उठाई है, जिससे लोगों में तकरार बढ़ रहा है। इलाके के लोगों ने मुख्यमंत्री से मांग किया कि अगर उन्होंने केवल का रेट ₹1 महीना देने की घोषणा की है तो इसे लागू करवाए और जनता को राहत दे।