लुधियाना में मीटिंग में भाजपा पार्षद ने मेयर संधू को कहा- कैप्टन साहब पेट्रोल-डीजल में टैक्स घटा मिसाल पेश करें

लुधियाना में इन दिनों हर तरफ पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम की ही चर्चा है। इंटरनेट मीडिया पर भी रोजाना कोई न कोई नया चुटकुला आ जाता है और लोग भी इस पर खूब चर्चा करते हैं। ऐसे में भला नेता कहां पीछे रहने वाले हैं।

By Vinay kumarEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 09:17 AM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 09:17 AM (IST)
लुधियाना में मीटिंग में भाजपा पार्षद ने मेयर संधू को कहा- कैप्टन साहब पेट्रोल-डीजल में टैक्स घटा मिसाल पेश करें
लुधियाना में इन दिनों हर तरफ पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम की ही चर्चा है।

लुधियाना [भूपेंदर सिंह भाटिया]। इन दिनों हर तरफ पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम की ही चर्चा है। इंटरनेट मीडिया पर भी रोजाना कोई न कोई नया चुटकुला आ जाता है और लोग भी इस पर खूब चर्चा करते हैं। ऐसे में भला नेता कहां पीछे रहने वाले हैं। मेयर कैंप आफिस में मीटिंग के बाद सभी पार्षद छींटाकशी के मूड में थे। इसी बीच मेयर बलकार संधू ने एक भाजपा पार्षद से इसी मुद्दे पर चर्चा छेड़ दी। मेयर ने कहा कि मोदी साहब को ही कह दो, दाम कुछ कम कर दें। इस पर पार्षद महोदय भी तपाक से बोल पड़े कि मोदी तो 18 फीसद टैक्स ले रहे हैं, जबकि कैप्टन साहब 36 फीसद ले रहे हैं। ऐसे में कैप्टन को ही कह दीजिए कि वह 36 से घटकर 18 पर आ जाएं और मिसाल पेश करें। सत्ता पक्ष वालों से कुछ कहते नहीं बना तो वे मामले को दूसरा रुख देकर खिसक गए।

उम्मीद क्या टूटी सड़कों पर आ गए
स्थानीय निकाय चुनाव में ठीक वैसा ही हुआ, जिसकी उम्मीद थी। एक बार फिर से सत्ता पक्ष पर धक्केशाही के आरोप लगे। लाजमी भी था, क्योंकि सभी छह तहसीलों से विपक्षी दलों का सफाया हो गया। तीन नगर कौंसिल में तो विपक्ष की प्रधानगी भी छिन गई। इतना सबकुछ होता तो ठीक था, लेकिन एकतरफा परिणामों ने विपक्ष की नींद ही उड़ा दी, जो आगामी विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल खेलने के इरादे से मैदान में उतरे थे। सबसे बड़ा झटका आम आदमी पार्टी को लगा। उनकी उम्मीद क्या टूटी, वह तो सड़कों पर उतर आए। परिणाम तो हो चुके थे। कुछ होना था नहीं, लेकिन उन्हें उम्मीद थी की आवाम की सहानुभूति मिलेगी। खैर वे सड़कों पर उतरे तो प्रशासन ने उन पर केस दर्ज कर एक और झटका दे दिया। फिर क्या था, अब वे अपने ऊपर दर्ज हुए केस से बरी होने के लिए धरने दे रहे हैं।

रेल पटरियों पर धूप सेंक लौटे
सिंघु और गाजीपुर बार्ड पर कृषि सुधार कानूनों को लेकर लगातार प्रदर्शन करने के बावजूद कोई हल नहीं निकल रहा है। ऐसे में मामला लंबा होते देख किसानों ने चार घंटे रेल रोको अभियान का आह्वान कर दिया। उन्हें उम्मीद थी कि इससे राजस्व को घाटा लगने से केंद्र सरकार कोई लचीला रुख अपनाएगी और उनकी सुनवाई होगी। पंजाब में भी बड़ी संख्या में किसान धरना देने के लिए रेल पटरियों पर पहुंच गए, लेकिन रेलवे ने पहले ही चार घंटे के लिए ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोक लिया। कुछ ट्रेनों को प्रदर्शन का समय पार होने के बाद भी देरी से रवाना किया गया। अब रेल पटरियों पर बैठे किसान धूप सेंकते रहे और कोई ट्रेन नहीं आई। कई नेताओं की इंजन पर चढ़कर फोटो खिंचवाने की तमन्ना भी रह गई। अंत में किसानों ने पटरियां छोड़ीं और स्टेशन पर खड़ी ट्रेनों के इंजन पर चढ़कर फोटो खिंचवाई।

विधायक करने लगे सैलून का उद्घाटन
चुनाव के बाद नेताओं पर अक्सर नहीं मिलने का आरोप लगता रहता है। हालांकि दोबारा चुनाव आते ही बड़े नेता भी छोटे-छोटे कामों के लिए उपलब्ध हो जाते हैं। गली-नाली की समस्या हो या फिर किसी शादी या शोकसभा में पहुंचने का मामला। कई बार तो नेताओं को एक ही दिन में कई समारोह अटेंड करने पड़ जाते हैं। कभी खुशी के क्षणों से निकलते हैं और फिर गम की सभा में पहुंचना पड़ता है। यहां तक तो ठीक है। अब चुनावी मौसम की आहट मिलते ही विधायक अपने क्षेत्रों में उद्घाटन का कोई अवसर नहीं छोडऩा चाहते, क्योंकि इससे लोगों के बीच उनका प्रभाव पड़ता है। ऐसे में अब एक विधायक जी को सैलून सह अकादमी का उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित किया गया। उद्घाटन के बाद बाकायदा प्रेस नोट जारी हुआ। नेताजी भी बोले कि सैलून सह अकादमी से युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।

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