अक्षय तृतीया पर शहर में मंदिरों में पहुंचे श्रद्धालु
सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का बड़ा महत्व है। अक्षय तृतीया के दिन कोई भी शुभ काम करने से सफलता मिलती है। शुक्रवार को अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर महानगर के विभिन्न मंदिरों में पूजा करने के लिए श्रद्धालु उमड़ पड़े।
जागरण संवाददाता , लुधियाना : सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का बड़ा महत्व है। अक्षय तृतीया के दिन कोई भी शुभ काम करने से सफलता मिलती है। शुक्रवार को अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर महानगर के विभिन्न मंदिरों में पूजा करने के लिए श्रद्धालु उमड़ पड़े। शिवपुरी स्थित मां काली माता मंदिर, टूटिया वाला मंदिर, संगला वाला शिवाला, जगराओं पुल दुर्गा माता मंदिर, माडल टाउन कृष्णा मंदिर, सराभा नगर दुर्गा माता मंदिर, बीआरएस नगर दुर्गा माता मंदिर, उपकार नगर दशहरा ग्राउंड दुर्गा माता मंदिर, बिद्रा कॉलोनी मां काली माता मंदिर आदि में श्रद्धालुओं का भारी भीड़ रहा। श्रद्धालु शारीरिक दूरी बनाकर पंक्ति में खड़े होकर पूजा अर्चना करने मंदिर में पहुंचे और पूजा अर्चना करने के बाद तुरंत बाहर निकल गए ताकि दूसरे श्रद्धालु पूजा-अर्चना कर सके।
शिवपुरी स्थित मां काली माता मंदिर में पूजा अर्चना के बाद श्रद्धालुओं को बताते हुए पंडित कृष्ण कुमार शास्त्री ने कहा कि अक्षय तृतीया के दिन कोई भी कार्य करने से अति शुभ होता है और पूर्ण रूप से सफल होता है। उन्होंने कहा कि आज के दिन में लोग शादी समारोह, उपनयन, गृह प्रवेश, घर बनाने का नीव पत्थर रखने का कार्य सफल होता है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में अक्षय तृतीया का बड़ा महत्व है और इसे जगह जगह विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है। इसे आखातीज कई जगहों पर अक्षय तीज के नाम से भी मनाया जाता है। वही आज के दिन ही भगवान परशुराम का अवतार हुआ था भगवान श्री विष्णु अवतार के रूप में भगवान परशुराम अस्पष्ट और श्रद्धालुओं को सीधे वरदान देने में सबसे आगे रहे हैं। भगवान परशुराम भगवान राम और लखन को भी मनवांछित फल दिए और माता सीता के साथ उनका विवाह करवाया। इस तरह भगवान परशुराम जयंती पर भी श्रद्धालुओं ने भावनगर में विभिन्न जगहों पर पूजा अर्चना की।