Guru Ravidass Jayanti 2021: लुधियाना में गुरु रविदास जयंती की धूम, पंजाबी गायक कंठ कलेर ने बांधा समां
Guru Ravidass Jayanti 2021 पंजाबी गायक कंठ कलेर और एसएस आजाद ने शब्द जन्म सतगुरु आया रे यही बधाइयां प्रकट दिवस गुरु रविदास दा आया रे आदि गायन कर गुणगान कर उपस्थिति का समां बांधा। इस दाैरान संगत का उत्साह देखते ही बनता था।
लुधियाना, जेएनएन। Guru Ravidass Jayanti 2021: सतगुरु रविदास महाराज के 644वें प्रकाश पर्व पर शनिवार को बस्ती जोधेवाल चौक स्थित श्री गुरु रविदास मंदिर में समाराेह आयोजित किया गया। समारोह की अध्यक्षता श्री गुरु रविदास मंदिर सभा के अध्यक्ष जिंदरपाल दड़ौच ने की। उन्होंने संबोधन में गुरु जी को नमन करते हुए करते हुए कहा कि गुरुजी ने समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ जो अलख जगाई थी उन पावन विचारों को अमल करने की जरूरत है।
इस दौरान पंजाबी गायक कंठ कलेर और एसएस आजाद ने शब्द जन्म सतगुरु आया रे, यही बधाइयां प्रकट दिवस गुरु रविदास दा आया रे आदि गायन कर गुणगान कर उपस्थिति का समां बांधा। इस दाैरान संगत का उत्साह देखते ही बनता था। हालांकि काेराेना संकट के चलते पिछली बार की तुलना में इस बार समाराेह में ज्यादा भीड़ नहीं जुटी थी।
इस अवसर पर सभा के चेयरमैन मेजर सिंह शींहमार,महासचिव नरिन्द्र राय बिट्टू,वरिष्ठ उपाध्यक्ष व कैशियर डा.रामजीत सूद,प्रचार सचिव राजिन्द्र मूलनिवासी,स्टोर सचिव दर्शन लाल गंगड़,मैंबर रमेश रसीला,मैंबर सुक्खा राम लाखा,जसवीर लद्दड़ व पार्षद हंस राज आदि माैजूद थे।
28 फरवरी को हाेगा भव्य समाराेह
श्री गुरु रविदास नौजवान सभा की तरफ से 28 फरवरी को श्री गुरु रविदास महाराज के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में महान समागम न्यू सुभाष नगर गली नबर 1 में समूह मोहल्ला निवासियों के सहयोग से कराया जा रहा है। समारोह को लेकर गुरु ग्रंथ साहिब के पाठ का शुभारंभ किया गया। इस दौरान भूपिंदर कुमार भिंदा की अध्यक्षता में शहर की सभी धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक संस्थाओं को निमंत्रण पत्र देने का दौर शुरू किया है।
इस कड़ी में विधायक सुरेंद्र डाबर, राजू वोहरा को निमंत्रण पत्र दिया गया। सभा की ओर से समागम को लेकर शोभायात्र 27 फरवरी को दोपहर दो बजे से निकाली जाएगी। इस मौके रामानंद भोला, लख¨वदर सिंह, लक्की, परवीन कुमार, गुरमीत कुमार, शंभू, टिंवकल, टिकी, प्रेम पृथी, सुमित पृथी, कमल शर्मा, पंडित विशाल शास्त्री, चरणदास, राम प्यारा, लड्डू, मोनू भोला, नंदी, परमजीत, सुखविंदर, सोना, कश्मीरी लाल, राम रतन व नीति आदि मौजूद थे।