ढाई साल बाद भी बस अड्डा पुल के नीचे से नहीं हटा कूड़े का डंप

बस अड्डे के पास बने रेलवे ओवरब्रिज के नीचे बना सेकेंडरी कूड़ा डंप पुल की मजबूती के लिए बड़ा खतरा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Sep 2020 03:10 AM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 03:10 AM (IST)
ढाई साल बाद भी बस अड्डा पुल के नीचे से नहीं हटा कूड़े का डंप
ढाई साल बाद भी बस अड्डा पुल के नीचे से नहीं हटा कूड़े का डंप

जागरण संवाददाता, लुधियाना : बस अड्डे के पास बने रेलवे ओवरब्रिज के नीचे बना सेकेंडरी कूड़ा डंप पुल की मजबूती के लिए बड़ा खतरा है। यह हम नहीं कह रहे बल्कि ढाई साल पहले विशेषज्ञों की एक टीम ने निगम को यह बात कही थी। विशेषज्ञों की सिफारिश के ढाई साल बाद भी निगम ने पुल के नीचे से कूड़ा डंप शिफ्ट करने पर कोई विचार नहीं किया और तब से डंप ज्यों का त्यों बना हुआ है। यही नहीं अब तो पुल के नीचे जमा कूड़े की मात्रा में भी बढ़ोत्तरी हो गई है। गिल फ्लाईओवर की रिटेनिग वॉल गिरने के बाद कमेटी ने अपनी सिफारिश में यह भी कहा था कि शहर के सभी पुलों के नीचे से कूड़ा डंप तत्काल हटाए जाएं। जिसके बाद निगम ने दो फ्लाईओवरों के नीचे से डंप हटा दिए लेकिन बस अड्डे के पास बने आरओबी के नीचे कूड़ा डंप हटाने के प्रयास ही नहीं किए गए।

गिल फ्लाई ओवर के नीचे भी नगर निगम का सेकेंडरी कूड़ा डंप हुआ करता था। ढाई साल पहले जब रिटेनिग वाल टूटी तो जिला प्रशासन ने इसकी जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया था। जिसमें नगर निगम के तात्कालिक एसई बीएंडआर धर्म सिंह के साथ ग्लाडा व पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों को भी शामिल किया था। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि पुल के नीचे सेकेंडरी कूड़ा डंप है और वहां काफी संख्या में चूहे आते हैं। उन्हीं चूहों ने पुल के रिटनेनिंग वॉल की मिट्टी को ढीला किया जिसकी वजह से रिटेनिग वॉल गिर गई। उसके बाद नगर निगम ने बस स्टैंड के पुल व लक्कड़ पुल के नीचे बने सेकेंडरी डंपों को हटाने की बात की। लक्कड़ पुल से तो सेकेंडरी डंप हटा दिया गया लेकिन बस स्टैंड से अभी तक यह डंप नहीं हटाया गया। निगम ने विशेषज्ञों की इस पूरी रिपोर्ट को दर किनार कर दिया और कुछ समय पहले पुल के साथ कंपेक्टर लगाने की योजना तक बना डाली। जिसका स्थानीय निवासियों ने विरोध किया और काम रूकवा दिया। स्थानीय निवासी कर चुके हैं डंप हटाने की मांग

बस स्टैंड पुल के नीचे जहां कूड़ा डंप बना है उसके ठीक सामने चतर सिंह पार्क है। नगर निगम ने एक बार पार्क के किनारे पर इस डंप को शिफ्ट करने की कोशिश की। जिसका लोगों ने विरोध किया। उस वक्त लोगों ने भी मांग की थी कि पुल के नीचे से डंप का हटाया जाए। लेकिन निगम ने नहीं हटाया। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को दी। एनजीटी ने अब नगर निगम, पीसीसीबी व डीसी से जवाब तलब किया है। लोगों ने शिकायत की है कि पार्क के साथ डंप बना हुआ है जिसकी वजह से पार्क में सैर करने वालों को बदबू का सामना करना पड़ता है। --कोट्स--

अब सेकेंडरी प्वाइंटों पर स्टेटिक कंपेक्टर लग रहे हैं। इस डंप के लिए कहीं दूसरी जगह नहीं मिल रही है। अफसरों को कहा गया है कि आसपास कोई जगह देखें ताकि इसे शिफ्ट किया जा सके।

बलकार सिंह संधू, मेयर लुधियाना

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