Dengue Cases in Ludhiana: घरों में मनी प्लांट के पॉट्स से मिल रहा डेंगू का लारवा, जानें कैसे करें बचाव
Dengue Cases in Ludhiana डिस्ट्रिक्ट एपीडिमोलाजिस्ट का कार्यभार देख रहे डा. रमेश कुमार कहते हैं कि एक चम्मच में भी अगर एक सप्ताह तक पानी जमा रहे तो उसमें भी डेंगू का लारवा पैदा हो सकता है। इसलिए लाेग सचेत रहें।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। Dengue Cases in Ludhiana: घर की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए बहुत से लोग घर के अंदर और बाहर कांच व प्लास्टिक के पॉट्स (गमलों) में मनी प्लांट्स व अन्य पौधे लगाते हैं। इंडोर प्लांट्स में मनी प्लांट को काफी फायदेमंद माना जाता है। हरी-भरी लाताओं वाला यह प्लांट देखने में बेहद सकून देता है, लेकिन सेहत विभाग की मानें तो गुड ट्री में गिने जाने वाला यह प्लांट अब डेंगू के मच्छर (टाइगर मच्छर) का ठिकाना बन गया है।
जिले में डोर-टू-डोर लारवा चेक कर रही एंटी लारवा टीम को मनी प्लांट से सजे पॉट्स व बोतलों में डेंगू का लारवा मिल रहा है। टीम के मुताबिक कूलरों के बाद सबसे ज्यादा लारवा मनी प्लांट वाली कांच की छोटी-बड़ी बोतलों, कांच के बर्तनों और इन पॉट्स में मिल रहा है। इस प्लांट को लोगों ने अपने बेडरूम, ड्राइंग रूम से लेकर किचन सहित हर जगह पर सजा कर रखा होता है। अधिकतर लोग एक बार मनी प्लांट वाले पॉट्स में पानी भरने के बाद उसे महीनों या हफ्तों तक नहीं बदलते। ऐसे में डेंगू मच्छर उस साफ पानी में पनपने लगता है।
पक्षियों के लिए रखे पानी से भी मिल रहा लारवा
डिस्ट्रिक्ट एपीडिमोलाजिस्ट का कार्यभार देख रहे डा. रमेश कुमार कहते हैं कि एक चम्मच में भी अगर एक सप्ताह तक पानी जमा रहे, तो उसमें भी डेंगू का लारवा पैदा हो सकता है, जबकि मनी प्लांट वाले इन पाट्स में काफी पानी होता है। अगर घर में कूलर लगाया है या कांच व प्लास्टिक के पॉट्स रखे हैैं तो हर छह दिन बाद उसका पानी बदलें। डा. रमेश कुमार कहते हैं कि घरों की छत पर पक्षियों को पानी पिलाने के लिए रखे गए पॉट्स में डेंगू मच्छर का लारवा मिल रहा है, क्योंकि इसे भी लोग कई-कई दिन साफ नहीं करते। इसे सप्ताह में एक बार जरूर साफ किया जाए। लोग अभी से सचेत होकर घरों के अंदर गमलों, कूलरों, कंटनेरों, खाली बर्तनों, ड्रम, मनी प्लांट व आसपास कहीं भी पानी इकट्ठा न होने दें।
जिले में अब तक डेंगू के 100 मरीजों की हुई पुष्टि
सेहत विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जिले में अभी तक डेंगू के 100 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 85 मरीज शहरी और 15 देहात इलाके से हैैं। अभी तक डेंगू के 1076 संदिग्ध केस सामने आए हैैं। सेहत विभाग के अधिकारियों के मुताबिक साल 2019 व 2020 में सौ मरीजों का आंकड़ा अक्टूबर में पहुंचा था। ऐसे में इस बार स्थिति अधिक खतरनाक है।