Dengue Cases in Ludhiana: सितंबर में पहली बार एक ही दिन में सामने आए 16 मरीज; 970 की रिपोर्ट का इंतजार
लुधियाना में डेंगू के मामले अब तेजी से बढ़ने लगे हैं। जिले में बुधवार को डेंगू के 16 नए मरीज सामने आए हैं। सेहत विभाग के अनुसार फिलहाल जिले में डेंगू के 970 संदिग्ध मरीज हैं जिनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। लुधियाना में डेंगू के मामले अब तेजी से बढ़ने लगे हैं। जिले में बुधवार को डेंगू के 16 नए मरीज सामने आए हैं। सितंबर में पहली बार एक दिन में इतने मरीज मिले हैं। इससे पहले 11 सितंबर को एक दिन में 12 मरीज मिले थे। डेंगू के अब तक कुल 92 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इसके अलावा बुधवार को दूसरे जिलों के रहने वाले भी आठ लोग लुधियाना में डेंगू से पीडि़त पाए गए हैं। सेहत विभाग के अनुसार फिलहाल जिले में डेंगू के 970 संदिग्ध मरीज हैं जिनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है। शहर में डेंगू के अधिकतर मामले कैलाश चौक, भामियां रोड, चंद्र नगर, जनता नगर, माडल टाउन, बस्ती जोधेवाल, रानी झांसी रोड, फिरोजपुर रोड, आशापुरी, सिविल लाइंस, कुंदनपुरी, सुआ रोड, ढंडारी रेलवे स्टेशन, सांदरा साहनेवाल, बलोकी, बसंत सिटी, जहांगीर रोड, संत नगर, राजगुरु नगर, बीआरएस नगर, गुरदेव नगर, नाधा वाली सड़क, रेलवे कालोनी, ईडब्ल्यूएस कालोनी, हैबोवाल कलां, शिमलापुरी, घुमारमंडी, फोकल प्वाइंट, आदर्श नगर, शेर-ए- पंजाब कालोनी, 33 फुटा रोड से सामने आए हैं।
15 दिन में 59 मरीज
तारीख डेंगू के मरीज
1 सितंबर 2
3 सितंबर 3
4 सितंबर 2
6 सितंबर 2
7 सितंबर 8
9 सितंबर 5
11 सितंबर 12
13 सितंबर 7
14 सितंबर 2
15 सितंबर 16
कुल 59
डेंगू में खुद इलाज करना पड़ सकता है भारी
सितंबर में रोजाना दो से तीन डेंगू के मरीज ओपीडी में पहुंच रहे हैंं। अधिकतर मरीज पहले मेडिकल स्टोर से दवाई लेते हैं जब तबीयत ज्यादा खराब हो रही है तब डाक्टर के पास पहुंच रहे हैं। उनके प्लेटलेट्स काउंट काफी कम रह चुके होते हैं।
डेंगू की आशंका होने पर न खाएं ब्रूफिन या कोंबिफ्लेम
तेज बुखार होने पर कई मरीज ब्रूफिन, कोंबिफ्लेम जैसी दवाई लेते हैं। अगर किसी में डेंगू के लक्षण हैं तो यह दवाई कतई न खाएं। इनसे खून पतला होता है। डेंगू में पहले से ही मरीज को ब्लीङ्क्षडग हो रही होती है। इन दवाइयों से ब्लीडिंग का खतरा और बढ़ जाता है।
102 से अधिक बुखार आने पर डाक्टर को दिखाएं
बुखार 101 डिग्री फारेनहाइट से कम है तो क्रोसिन टैबलेट छह-छह घंटे के अंतराल में ले सकते हैं। अगर बुखार 102 डिग्री फारेनहाइट से अधिक होता है, सांस लेने में तकलीफ होती है, शरीर पर पीलापन हो, पेशाब का रंग बदले, आंखों के पीछे दर्द हो या शरीर पर लाल रंग के चकते नजर आएं तो तुरंत डाक्टर को दिखाएं।