लुधियाना में पीडियाट्रिक वार्ड की गंदी दीवारें व सीलन देख डीसी बोले- क्या मासूमों का इलाज यहां होगा?
बुधवार को डीसी वरिंदर शर्मा अस्पताल में पहुंच गए। डीसी जब पीडियाट्रिक वार्ड में पहुंचे तो खस्ताहालत स्थिति थी। डीसी ने कहा कि क्या इस तरह की स्थितियों में आइसीयू बनेगा। दीवारें गंदी सीलन आई हुई है और पर्दें भी गंदे हैं।
लुधियाना, [विनोद पुरोहित]। कोरोना की संभावित तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में अभी से ही तीसरी लहर में बच्चों को कोरोना से बचाने को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। जिले के सिविल अस्पताल में स्थित मदर एंड चाइल्ड अस्पताल की पहली मंजिल पर स्थित पीडियाट्रिक वार्ड को कोविड पीट्रियाट्रिक आइसीयू बनाया जा रहा है।
बुधवार को डीसी वरिंदर शर्मा अस्पताल में पहुंच गए। इस दौरान सिविल सर्जन डाॅ. किरण आहलुवालिया, सिविल अस्पताल की एसएमओ डाॅ. अमरजीत कौर और डिप्टी डायरेक्टर डाॅ. हतिंदर कौर भी मौजूद रहीं। डीसी आते ही पहली मंजिल पर स्थित उस जगह को देखने के लिए पहुंचे, जहां आइसीयू बनना है। डीसी जब पीडियाट्रिक वार्ड में पहुंचे, तो खस्ताहालत स्थिति थी। डीसी ने कहा कि क्या इस तरह की स्थितियों में आइसीयू बनेगा। दीवारें गंदी, सीलन आई हुई है और पर्दें भी गंदे हैं। डीसी ने कहा कि एसएमओ व एसडीओ को निर्देश दिए कि वार्ड को रेनोवेट किया जाए।
दीवारों पर बच्चों के पसंदीदा कार्टून बनाए जाएं
पेंटिंग करवाई जाए और दीवारों पर बच्चों के पसंदीदा कार्टून बनाएं जाएं। जिससे कि इलाज को लेकर जब बच्चों को भर्ती किया जाए, तो उन्हें एक अलग माहौल मिले। उन्होंने कहा कि बच्चों का वार्ड व आइसीयू अटरेक्टिव होने चाहिए। इसके साथ ही उन्हाेंने यह भी निर्देश दिए कि आइसीयू को लेकर इस तरह की व्यवस्था की जाए, जिससे कि दूसरे मरीज यहां न आ सके। डीसी कहा कि आइसीयू में बेड की संख्या बढ़ाने को लेकर सोचा जाना चाहिए। गाैरतलब है कि लुधियाना में काेराेना की रफ्तार अभी थम रही है, फिर भी प्रसासन अतिरिक्त सर्तकता बरत रहा है।