स्व. दर्शन सिंह कुलार का साइकिल इंडस्ट्री की ग्रोथ में अहम योगदान

साइकिल उद्योग को स्थापित करने में मिसाल कायम करने वाले स्व. दर्शन सिंह कुलार का जन्म पांच नवंबर 1939 को रत्न सिंह कुलार व संत कौर के घर हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 06:13 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 06:13 AM (IST)
स्व. दर्शन सिंह कुलार का साइकिल इंडस्ट्री की ग्रोथ में अहम योगदान
स्व. दर्शन सिंह कुलार का साइकिल इंडस्ट्री की ग्रोथ में अहम योगदान

लुधियाना (वि.) : साइकिल उद्योग को स्थापित करने में मिसाल कायम करने वाले स्व. दर्शन सिंह कुलार का जन्म पांच नवंबर 1939 को रत्न सिंह कुलार व संत कौर के घर हुआ। 1955 में जीजीएन खालसा स्कूल गुरुसर सुधार से मैट्रिक पास करने के बाद लुधियाना जाकर 1956 में कुलार भाइयो ने अपना अपना व्यवसाय स्थापित किया और किराये की इकाई देवकी नंदन एंड संस में साइकिल मडगार्ड का निर्माण शुरू किया। 1962 में उन्होंने अपनी इकाई कुलार साइकिल इंडस्ट्रीज शुरू की, जहां उन्होंने पहले मशीनरी और फिर साइकिल के मडगार्ड और रिम्स का उत्पादन किया।

दर्शन सिंह को भारतीय साइकिल इंडस्ट्री में एक टेक्नोक्रेट के रूप में जाना जाता है। 18 साल पहले दर्शन सिंह कुलार का निधन 23 अप्रैल, 2003 में हुआ। उनके दो बेटे सरदार गुरमीत सिंह कुलार और सरदार जगदेव सिंह कुलार ने विरासत को आगे बढ़ाया और व्यवसाय को तेजी से बढ़ाया। वे इस समय सैंभी साइकिल और आटो इंडस्ट्रीज यूनिट नंबर 2, दर्शन उद्योग, कुलार इंटरनेशनल, कुलार इंडस्ट्रियल कारपोरेशन और कुलार संस नामक फर्मों का संचालन कर रहे हैं। इसके अलावा सरदार गुरमीत सिंह कुलार फिको (फेडरेशन आफ इंडस्ट्रीयल एंड कमर्शियल आगनाइजेशन) के प्रधान और पीएचडी चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के लुधियाना जोन के चेयरमैन भी हैं और औद्योगिक समुदाय की सेवा कर रहे हैं। उनकी पुण्यतिथि पर कुलार परिवार सरदार दर्शन सिंह जी कुलार को श्रद्धांजलि अर्पित करता है।

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