दान है सेवा का कार्य : अचल मुनि
एसएस जैन सभा शिवपुरी के तत्वाधान में चल रही चातुर्मास सभा में मधुर वक्ता अचल मुनि महाराज ने कहा कि घर में सब कुछ हो पर बालक न हो तो घर सूना-सूना लगता है।
संस, लुधियाना : एसएस जैन सभा शिवपुरी के तत्वाधान में चल रही चातुर्मास सभा में मधुर वक्ता अचल मुनि महाराज ने कहा कि घर में सब कुछ हो पर बालक न हो, तो घर सूना-सूना लगता है। उन्होंने कहा कि आजकल बच्चों का ध्यान पढ़ाई के बजाय मोबाइल में ज्यादा लगता है। मोबाइल और इंटरनेट ने बच्चों के जीवन में एक कीड़ा लगा दिया है। उन्होंने कहा कि अगर बच्चों के फोन पर लाक लगा है तो समझ लेना कि कहीं न कहीं गड़बड़ घोटाला हो रहा है। अगर हम इतने ही सच्चे व पाक पवित्र हैं तो फिर फोन पर कोडवर्ड किस लिए। अगर आप पढ़ाई में अव्वल आना चाहते हैं तो अपने पाठयक्रम को गौर से ध्यान लगा कर पढे़। जो कुछ समझ में ना आए उसके बारे में पूछें। जो पढ़ा है उस पर चितन करें और उसे मन में बसाएं। जो याद किया है उसे दूसरों को भी पढ़ाएं। दूसरी बात मां बाप की सेवा स्वयं करना, क्योंकि पत्नी से प्रेम करने और मां-बाप की सेवा करने के लिए नौकर नहीं रखे जाते। तीसरी बात मां बाप की जो कमाई है, उसे दान धर्म में खर्च करना। इस अवसर पर संघरत्न विनीत जैन, राजीव जैन, प्रदीप जैन पिटू, कुलदीप जैन, अशोक जैन भाबू, प्रवीण जैन, प्रिस जैन, राजेश जैन आदि शामिल थे।