सीटी यूनिवर्सिटी ने बनाया व्हीकल वेंटीलेशन रेगुलेशन डिवाइस

सीटी यूनिवर्सिटी के रोबोटिक्स व आटोमेशन विभाग ने एक व्हीकल वेंटीलेशन रेगुलेशन डिवाइस तैयार किया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 03:27 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 03:27 AM (IST)
सीटी यूनिवर्सिटी ने बनाया व्हीकल वेंटीलेशन रेगुलेशन डिवाइस
सीटी यूनिवर्सिटी ने बनाया व्हीकल वेंटीलेशन रेगुलेशन डिवाइस

जागरण संवाददाता, जगराओं : सीटी यूनिवर्सिटी के रोबोटिक्स व आटोमेशन विभाग ने एक व्हीकल वेंटीलेशन रेगुलेशन डिवाइस तैयार किया है। यह आविष्कार एक हवादारी रेगुलेटरी उपकरण से संबंधित है जो व्हीकल के अंदर शुद्ध हवा को उपभोक्ता की चुनाव के आधार से वाहन के अंदर दाखिल होने वाली मौजूदा प्रदूषित हवा के प्रवाह को सीमित रखता है। साफ हवा में सांस लेने से उपभोक्ता की अच्छी सेहत बरकरार रहती है। इस आविष्कार को बनाने का विचार सीटी पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी पार्थ वर्मा के दिमाग में उस समय आया जब उसने खेत में आग लगने से कार में धुंआ चले जाने का मामला देखा। उसने देखा कि वेंटीलेशन चल रहा था और उसको खुद अपने हाथों बंद करना पड़ा क्योंकि वेंटीलेशन से धुंआ अंदर आ रहा था। उसके दिमाग में इस मुश्किल को हल करने का विचार आया। इसके बाद वह सीटी यूनिवर्सिटी के आइपीआर सेल के डिप्टी डायरेक्टर डा. हरमीत सिंह से मिला और दोनों ने साथ मिलकर वेंटीलेशन को संचालित करने के बारे में सोचा। फिर डा. हरमीत ने पार्थ वर्मा व सीटी यूनिवर्सिटी में बीसीए चौथे सेमेस्टर के विद्यार्थी सत्यम गुप्ता से मिलकर यह प्रोजेक्ट तैयार किया। सबसे पहले 3 थ्री डी माडल साफ्टवेयर में बनाया, फिर उसी के सर्कट की जांच की गई। विद्यार्थी पार्थ वर्मा ने एक सप्ताह में प्रोटोटाइप विकसित किया और अंतिम प्रणाली का सफलतापूर्वक टेस्ट किया है। डा. हरमीत सिंह ने कहा कि आविष्कार बाजार में आने को तैयार है और मौजूदा गाड़ियों में इस्तेमाल किया जा सकता है। सीटी यूनिवर्सिटी के मैनेजिग डायरेक्टर मनबीर सिंह ने कहा कि हमारी संस्था के छोटे-छोटे शोधकर्ता अपने दिमाग का सही इस्तेमाल कर रहे हैं जोकि न केवल अपने संस्थान के विकास के लिए बल्कि देश के विकास के लिए बहुत फायदेमंद है।

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