राजकीय सम्मान के साथ हुआ एएसआइ भगवान सिंह का अंतिम संस्कार

नई अनाज मंडी में गैंगस्टरों ने एएसआइ भगवान सिंह और एएसआइ दलविदरजीत सिंह की हत्या कर दी थी। इसके बाद एएसआइ भगवान सिंह का शव तिरंगे में लपेटकर उनके घर लाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 07:17 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 07:17 AM (IST)
राजकीय सम्मान के साथ हुआ एएसआइ भगवान सिंह का अंतिम संस्कार
राजकीय सम्मान के साथ हुआ एएसआइ भगवान सिंह का अंतिम संस्कार

संवाद सहयोगी, जगराओं : नई अनाज मंडी में गैंगस्टरों ने एएसआइ भगवान सिंह और एएसआइ दलविदरजीत सिंह की हत्या कर दी थी। इसके बाद एएसआइ भगवान सिंह का शव तिरंगे में लपेटकर उनके घर लाया गया। उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए राजनीतिक शख्सियतें, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी और सैकड़ों लोग पहुंचे। भगवान सिंह का अंतिम संस्कार जगराओं के शेरपुरा रोड स्थित श्मशान घाट में किया गया।

इस मौके आइजी नौनिहाल सिंह, डीजीपी रेलवे संजीव कालड़ा, एसडीएम जगराओं नरेंद्र सिंह धालीवाल, एसएसपी देहाती चरणजीत सिंह सोहल, डीएसपी जितेंद्रजीत सिंह, डीएसपी राजेश शर्मा, डीएसपी एच मनिदर सिंह बेदी, विधायक सर्वजीत कौर माणूके, कैप्टन अमरिदर सिंह के ओएसडी कैप्टन संदीप सिंह संधू, पूर्व विधायक मलकीत सिंह दाखां, शिरोमणि अकाली दल के जिला प्रधान भाई गुरचरण सिंह ग्रेवाल, मार्केट कमेटी के चेयरमैन सतिंद्रपाल सिंह ग्रेवाल के साथ सीआइए स्टाफ, थाना सिटी, थाना सदर के पुलिस कर्मचारियों ने उन्हें नम आंखों से विदाई दी।

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एएसआइ दलविदरजीत सिंह का शव तरनतारन भेजा, वहां हुआ अंतिम संस्कार

दूसरी ओर एएसआइ दलविंदरजीत सिंह के शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे पूरे सम्मान के साथ उनके गांव संघमा (तरनतारन) भेजा गया। वहां पर उनका अंतिम संस्कार पूरे सम्मान के साथ किया गया। उनको मुखाग्नि उनके दोनों बेटों ने दी। दलजिदरजीत सिंह का 18 मई को जन्मदिन था।, जिसे वह परिवार के साथ मनाना चाहते थे। घटना से कुछ ही समय पहले उनकी उनके बेटे के साथ बात हुई तो उन्होंने उसे कहा कि वह 18 मई को सुबह घर पहुंच जाएंगे। उनके जन्मदिन पर उनके बेटे द्वारा खुद अपने हाथों से पोट्रेट तैयार किया था। जब अचानक उनकी मौत की खबर घर में पहुंची तो कोहराम मच गया।

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