लुधियाना में दो नेताअाें के बीच ड्रीम प्रोजेक्ट काे लेकर क्रेडिट वार, दाेनाें के समर्थक अा चुके हैं अामने-सामने
हाल ही में विधायक डावर ने नाला ढकने के प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया तो भाजपाइयों ने इसे गोसाईं का ड्रीम प्रोजेक्ट बताते हुए उन्हें सम्मानित कर दिया। उसके बाद विधायक को यह बात रास नहीं आई तो उन्होंने बयान जारी कर प्रोजेक्ट को अपना सपना बता दिया।
लुधियाना, जेएनएन। पूर्व सेहत मंत्री सतपाल गोसाईं और केंद्रीय हलके से विधायक सुरिंदर डावर हैं तो चिर विरोधी, लेकिन दोनों सपने एक जैसे देखते हैं। यही नहीं सपना जब साकार हो जाए तो उसका क्रेडिट लेने के लिए फिर अपनी पीठ खुद ही थपथपाते हैं। 15 साल पहले फील्डगंज का नाला ढकने की बात हुई तो दोनों ने इसे अपना सपना बता दिया था। फिर शिवाजी नगर का नाला ढकने के काम की चर्चा हुई इसे भी दोनों ने अपना-अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बताया।
हाल ही में विधायक डावर ने नाला ढकने के प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया तो भाजपाइयों ने इसे गोसाईं का ड्रीम प्रोजेक्ट बताते हुए उन्हें सम्मानित कर दिया। उसके बाद विधायक को यह बात रास नहीं आई तो उन्होंने अगले ही दिन एक बयान जारी करके इस प्रोजेक्ट को अपना सपना बता दिया। अब गलियारों में चर्चा है कि दोनों चिर विरोधी हैं फिर भी सपना एक जैसा देखते हैं।
नेता जी अनुभवी नहीं
दक्षिणी हलके में कांग्रेस के पास इस समय उम्मीदवार नहीं है। कुछ कांग्रेस नेता दक्षिणी विधानसभा हलके पर नजर जमाए बैठे हैं। कांग्रेस के एक युवा नेता हैं। वह मुख्यमंत्री के बेहद करीबी हैं और खुद को दक्षिणी विधानसभा हलके से विधायक पद का उम्मीदवार भी बता रहे हैं। कोरोना काल में नेता जी वहां सक्रिय भी रहे। उनमें राजनीतिक अनुभव की कमी साफ दिख रही है। वो इसलिए क्योंकि उन्हें पूरे हलके में सक्रिय रहना चाहिए था मगर वह तो वार्ड 29 तक ही सीमित रहे।
इस वार्ड में वह निगम से लाखों रुपये के काम करवा चुके हैं जबकि इलाके की मुख्य सड़कों के निर्माण के लिए नेता जी ने एक बार भी आवाज नहीं उठाई। इसको लेकर पुराने कांग्रेस नेता कहीं न कहीं अंदरखाते तंज कसते हुए चर्चा कर रहे हैं कि यह नेता जी पार्षद बनेंगे या विधायक। इसी के लिए तो गोटियां सेट हो रही हैं।
असली मिला तो निकली हवा
गुड़मंडी बाजार में एक ऐसा ग्राहक आता है जो हमेशा पुलिस की स्पेशल ब्रांच की वर्दी में रहता है। वह दुकानदारों के सामने जताता था यह वह मुलाजिम हो। वर्दी की आड़ में वह दुकानदारों से उधार में समाना भी लेता रहा। दुकानदार भी स्पेशल ब्रांच का मुलाजिम समझकर उसे सामान देते रहे। बाजार में कई ऐसे दुकानदार हैं जिन्होंने उसे उधार दिया। मगर जब किस्मत फूटी हो तो सारे भेद खुल जाते हैं।
कुछ दिन पहले ही एक असली पुलिस मुलाजिम बाजार में आ गया। उसी समय वह व्यक्ति भी स्पेशल ब्रांच वाली वर्दी में वहां पर पहुंच गया। वहां मुलाकात हुई तो दुकानदार ने असली कर्मी को बताया कि यह भी स्पेशल ब्रांच के मुलाजिम हैं। असली कर्मी ने उसे पूछा कि वह कहां पर तैनात हैं तो सवाल आते देख नकली वाले की हवा निकल गई। उसने दुकानदार का उधार चुकता किया और वहां से खिसक गया।
सीट पक्की जो करनी है
विधानसभा हलका पूर्वी के विधायक संजय तलवाड़ और उनका पूरा परिवार संक्रमित हो गया था। कोरोना को मात देने के बाद विधायक इन दिनों अपने हलके से सीट पक्की करने में जुट गए हैं। हलके के वार्डों में अधिक घूम रहे हैं। पिछले 15 दिन से रोज अलग-अलग वार्डों में विकास कार्यों का उद्घाटन कर रहे हैं। छोटी-छोटी नुक्कड़ बैठकें कर लोगों की समस्याएं भी सुन रहे हैं। उनकी इस कवायद से उनके प्रतिद्वंद्वी भी सकपका गए हैं।
प्रमुख प्रतिद्वंद्वी माने जाने वाले दलजीत सिंह ग्रेवाल दूसरी ओर एक ही वार्ड तक सीमित हैैं। उस वार्ड में भी विकास कार्य को लेकर दोनों में क्रेडिट वार चल रही थी। यानी वहां भी संजय ने उन्हें पूरा श्रेय नहीं जाने दिया। चर्चा है कि केवल विकास कार्यों का उदघाटन करना सा समस्या सुनना ही नहीं, विधायक का मकसद चुनाव के लिए अभी से सेटिंग करना भी है। अंदरखाते ऐसा कर भी रहे हैैं।