बैकफुट पर लुधियाना नगर निगम: एटूजेड को मनाने में जुटा निगम, कंपनी बोली - दो दिन में देंगे जवाब

निगम की तरफ से कंपनी को हरसंभव सहयोग देने की बात भी की जा रही है। मेयर बलकार सिंह संधू व कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने बुधवार को एटूजेड कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और उन्हें अपना काम जारी रखने को कहा।

By Edited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 06:40 AM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 10:07 AM (IST)
बैकफुट पर लुधियाना नगर निगम: एटूजेड को मनाने में जुटा निगम, कंपनी बोली - दो दिन में देंगे जवाब
लुधियाना नगर निगम में कूड़ा प्रबंधन बड़ी चुनाैती। (फाइल फाेटाे)

लुधियाना, जेएनएन। शहर में कूड़ा प्रबंधन करने वाली कंपनी और नगर निगम के बीच चल रही खींचतान में नया मोड़ आ गया। कंपनी ने चार फरवरी के बाद शहर से कूड़ा उठाने से मना करते हुए निगम को टर्मिनेशन नोटिस जारी किया है और साथ ही निगम से करीब 42 करोड़ रुपये भी मांगे हैं। कंपनी के टर्मिनेशन नोटिस की मियाद खत्म होने में अब महज आठ दिन बाकी हैं तो निगम अब बैक फुट पर आता दिख रहा है। निगम ने कंपनी को टर्मिनेशन नोटिस वापस लेकर फिर से कूड़ा प्रबंधन करने के लिए मनाना शुरू कर दिया।

यही नहीं निगम की तरफ से कंपनी को हरसंभव सहयोग देने की बात भी की जा रही है। मेयर बलकार सिंह संधू व कमिश्नर प्रदीप सभ्रवाल ने बुधवार को एटूजेड कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और उन्हें अपना काम जारी रखने को कहा। जिस पर कंपनी प्रतिनिधियों ने साफ कह दिया कि वह दो दिन के बाद बताएंगे कि शहर में चार फरवरी के बाद वह कूड़ा प्रबंधन का काम करेंगे या नहीं। घाटे में कंपनी, इसलिए थमाया टर्मिनेशन नोटिस शहर में कूड़ा प्रबंधन को लेकर कंपनी को लगातार एनजीटी व पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ नगर निगम की तरफ से नोटिस दिए जा रहे थे।

कंपनी अधिकारियों का तर्क था कि कूड़ा प्रबंधन के बाद जो आरडीएफ बच जाता है उसे कहीं इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। राज्य सरकार उसके प्रयोग के लिए कंपनी को सहयोग नहीं दे रही। उल्टा निगम व अलग अलग एजेंसियां उन्हें नोटिस दे रही हैं। इन परिस्थितियों में कंपनी घाटे में है और काम नहीं कर पा रही है। जिसकी वजह से कंपनी ने नगर निगम के साथ हुए करार को खत्म करने का फैसला किया और निगम को 45 दिन का वक्त देते हुए टर्मिनेशन नोटिस जारी किया।

नगर निगम के सामने कूड़ा प्रबंधन बड़ी चुनौती

दरअसल कूड़ा प्रबंधन में काम करने वाली कंपनियां सीमित हैं और जल्दी कोई कंपनी इसके लिए तैयार नहीं होती। जिसकी वजह से निगम के सामने कूड़ा प्रबंधन के लिए नई कंपनी तलाशने की बड़ी चुनौती है। इसलिए मेयर बलकार सिंह संधू ने कंपनी अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें कहा कि जो जो खामियां कंपनी के काम में हैं कंपनी उन्हें दूर करे और नगर निगम से कंपनी को जो सहयोग दिया जाना है निगम उन्हें वह सहयोग देगा। इसके अलावा जो बातें राज्य सरकार के दायरे में उनके संबंध में वह सरकार से बात करेंगे। जिस पर कंपनी के अधिकारियों ने कह दिया कि वह इस संबंध में कंपनी के प्रबंधकों से बात करेंगे और दो दिन बाद उन्हें जवाब देंगे। मेयर ने बताया कि कंपनी को खामियां दूर करने को कहा गया है और कंपनी की जो समस्याएं हैं उन्हें दूर किया जाएगा ताकि कूड़ा प्रबंधन मानकों के हिसाब से हो सके।

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