PU Youth Festival: काेराेना के चलते यूथ फेस्टिवल पर फिर ग्रहण, एक साल में दूसरी बार आयाेजन काे लेकर असमंजस
PU Youth Festival पिछले साल कोरोना के चलते यूथ फेस्टिवल के आयोजन को लेकर कई तरह की रणनीतियां तैयार की गई। चार दिनों की बजाए छह दिनों तक यूथ फेस्टिवल के आयोजन कराने सोलो आइटमस ही कराने बिना विद्यार्थियों के यूथ फेस्टिवल कराने इत्यादि की बातें कही गई।
लुधियाना, जेएनएन। PU Youth Festival: कोरोना काल के चलते शिक्षण संस्थान एक बार फिर से बंद पड़े हैं और आनलाइन पढ़ाई ही जारी है। कालेजों में तो परीक्षाएं भी आनलाइन ली जा रही है। इन सब के बीच कोरोना का साया एक बार दोबारा फिर से यूथ फेस्टिवल पर देखने को मिल सकता है। पंजाब यूनिवर्सिटी के यूथ फेस्टिवल में जहां एक साल का गैप पड़ चुका है, वहीं इस साल भी यूथ फेस्टिवल के आयोजन के बारे असमंजस बरकरार है। आज से पहले तक कभी यूथ फेस्टिवल में गैप नहीं पड़ा है।
पिछले साल कोरोना के चलते यूथ फेस्टिवल के आयोजन को लेकर कई तरह की रणनीतियां तैयार की गई। चार दिनों की बजाए छह दिनों तक यूथ फेस्टिवल के आयोजन कराने, सोलो आइटमस ही कराने, बिना विद्यार्थियों के यूथ फेस्टिवल कराने इत्यादि की बातें कही गई। इसी तरह का क्रम इस साल मार्च तक देखने को मिला लेकिन कोरोना के बढ़ रहे मामलों के चलते यूथ फेस्टिवल नहीं हो सका। दोबारा सितंबर माह करीब है लेकिन अभी भी यूथ फेस्टिवल होगा या नहीं होगा, किस तरीके के साथ होगा, इसकी नए तरीके के साथ दोबारा मीटिंगें की जाएंगी।
गैप ज्यादा पड़ा तो हो सकता है नुकसान
यूथ फेस्टिवल के आयोजकों की माने तो फाइनल वर्ष के विद्यार्थियों को इसका नुकसान झेलना पड़ सकता है। यदि परीक्षाओं के बाद कोरोना से स्थिति में थोड़ा सा सुधार आता है तो तो फाइनल वर्ष के विद्यार्थियों के लिए थोड़ा सोचा जा सकता है कि उन्हें कोई न कोई लाभ मिल जाए क्योंकि सर्टिफिकेट्स उस हिसाब से तैयार करवा लिए जाएंगे। यदि फाइनल वर्ष के बाद यदि गैप ज्यादा पड़ गया और स्थिति पहले जैसी ही रही तो फाइनल वर्ष के विद्यार्थियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।