लुधियाना में सिटी बस चलने के आसार, कंपनी केस वापस लेने को तैयार, जानें क्या है 3 प्रमुख शर्तें

कंपनी के प्रस्ताव पर चर्चा के लिए मेयर बलकार सिंह संधू ने शुक्रवार को बैठक बुला ली। बैठक में कंपनी के प्रस्ताव पर चर्चा करके इसे सिटी बस लिमिटेड के बोर्ड आफ डायरेक्टर्स की बैठक में रखा जाएगा।

By Vipin KumarEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 10:00 AM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 10:00 AM (IST)
लुधियाना में सिटी बस चलने के आसार, कंपनी केस वापस लेने को तैयार, जानें क्या है 3 प्रमुख शर्तें
कंपनी नगर निगम के खिलाफ दायर किए गए केस को भी वापस लेने पर राजी हो गई है।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। शहर में सिटी बस एक बार फिर से सड़कों पर दौड़ती दिख सकती हैं। दैनिक जागरण ने सिटी बस के मामले को प्रमुखता से उठाया तो निगम अफसरों व कंपनी अफसरों पर सिटी बस चलाने का दबाव बनने लगा है। सिटी बस चला रही हॉरिजन ट्रांसवेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने नगर निगम को अपनी प्रपोजल सब्मिट करवा दी। कंपनी भी सिटी बस चलाने को राजी हो गई।

यही नहीं, कंपनी नगर निगम के खिलाफ दायर किए गए केस को भी वापस लेने पर राजी हो गई है। हालांकि इसके लिए कंपनी ने तीन शर्तें नगर निगम के सामने रखी हैं। कंपनी ने जो तीन शर्तें रखी हैं निगम को उन्हें मानने में कोई दिक्कत भी नहीं है। कंपनी के प्रस्ताव पर चर्चा के लिए मेयर बलकार सिंह संधू ने शुक्रवार को बैठक बुला ली। बैठक में कंपनी के प्रस्ताव पर चर्चा करके इसे सिटी बस लिमिटेड के बोर्ड आफ डायरेक्टर्स की बैठक में रखा जाएगा। अगर सब कुछ ठीक ठाक रहा तो 15 दिसंबर तक सिटी बस शहर की सड़कों पर दौड़ती दिखेंगी।

कंपनी ने जो प्रस्ताव रखा है उसके हिसाब से सबसे पहले लुधियाना से साहनेवाल वाले रूट पर 12 बड़ी बसें उतारी जाएंगी। उसके बाद कोहाड़ा व मेट्रो रूट पर बड़ी बसों को उतारा जाएगा। इस तरह करीब 35 बड़ी बसें सड़क पर आ जाएंगी, जबकि वर्तमान में चल रही छोटी सिटी बसों को इंटरनल रूट पर चलाया जाएगा। इस तरह 83 में से 60 बसें जल्दी ही शहर की सड़कों पर आ जाएंगी। बाकी बसों के लिए भी रूट तय किए जा रहे हैं।

किराए में तय फार्मूले के हिसाब से ही बढ़ोतरी की जाए

कंपनी ने किराया बढ़ाने की डिमांड रखी है। कंपनी का कहना है कि 2014 में तय एग्रीगेमेंट के तहत जो किराया बनता है उसके हिसाब से किराया बढ़ाया जाए।

निगम लिमिट के बाहर चलाए जा रहे रूटों के परमिट दिलाए

नगर निगम धांधरा, साहनेवाल व कोहाड़ा रूट पर नगर निगम लिमिट से पांच किलोमीटर बाहर तक जाते हैं। नगर निगम ने अभी तक यह रूट परिवहन विभाग से मंजूरी नहीं करवाए हैं। इसकी वजह से आटो व बस वाले उनका विरोध करते हैं। उन्हें इन रूट के परमिट दिलाए जाएं। ताकि वहां सिटी बस सेवा चालू हो सके।

कोहाड़ा रूट पर चल रही अवैध बसों के खिलाफ कार्रवाई हो

कोहाड़ा रूट पर बड़ी गिनती में अवैध बसें चल रही हैं। यह अवैध बसों वाले सिटी बसों को चलने नहीं देते। यही नहीं रास्ते में उन्हें सवारियां बैठाने नहीं देते।

हमने नगर निगम के सामने अपनी प्रपोजल रख दी है। अगर निगम हमारी प्रपोजल पर सहमति जताता है तो कंपनी केस वापसी करने को तैयार है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो 15 दिसंबर तक सिटी बसें चलने लगेंगी।- जसकीरत सिंह, जीएम, हॉरिजन ट्रांसवेज प्राइवेट कंपनी

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