Heart Care: स्वास्थ्य के लिए बुरा नहीं है कोलेस्ट्रॉल, बस इसे कंट्रोल में रखना चाहिए
डॉ. संदीप चोपड़ा ने कहा कि चिकनाई युक्त भोजन अधिक वजन और कम शारीरिक गतिविधियां कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हैं। अधिक वजन हृदय रोगों का जोखिम बढ़ाता है। इसलिए रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम जरूर करना चाहिए।
लुधियाना, जेएनएन। कोलेस्ट्रॉल की बात आते ही हर कोई इसके दुष्प्रभाव गिनाने लगता है। यह इतना बुरा भी नहीं है क्योंकि एचडीएल कोलेस्ट्रॉल हर व्यक्ति के शरीर में कुदरती तौर पर होता है और उम्र के हिसाब से इसका लेवल बढऩा भी तय है। अगर इसे कंट्रोल में रखा जाए तो यह हानिकारक साबित नहीं होता। यह बात एक अवेयरनेस वेबिनार के दौरान फोर्टिस अस्पताल लुधियाना के इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी विभाग के एडीशनल डायरेक्टर डॉ. संदीप चोपड़ा ने कही।
उन्होंने कहा कि कोलेस्ट्रॉल चिकनाई युक्त पदार्थ है, जो शरीर में कुदरती तौर पर मौजूद होता है। शरीर की कोशिकाओं की बाहरी सतह पर दीवार बनाने के लिए इसका होना जरूरी है। हर व्यक्ति का शरीर अपने लिए जरूरी कोलेस्ट्रॉल बनाता है। हालांकि इसका लेवल कंट्रोल में रखने के लिए भोजन में चिकनाई की मात्रा कम रखनी जरूरी है। उन्होंने कहा कि 20 साल की उम्र के बाद हर पांच साल में एक बार लिपिड प्रोफाइल टेस्ट कराना जरूरी है। इससे शरीर में टोटल कोलेस्ट्रॉल, एचडीएल व एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का लेवल पता चल जाता है। एलडीएल का बढ़ा लेवल दिल की धमनियों में ब्लॉकेज का कारण बनता है। इस कारण इसका लेवल कंट्रोल में रखना जरूरी है।
एचडीएल धमनियों में कोलेस्ट्रॉल को बनाए रखने में मदद करता है। चिकनाई युक्त भोजन, अधिक वजन और कम शारीरिक गतिविधियां कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हैं। खाने में ज्यादा चिकनाई खतरनाक है। निर्धारित से अधिक वजन हृदय रोगों का जोखिम बढ़ाता है। वजन कम करके यह खतरा कम किया जा सकता है। शारीरिक गतिविधि न होना दिल के लिए घातक है। हर किसी को रोजाना कम से कम 30 मिनट तक शारीरिक गतिविधि जरूर करनी चाहिए।
उम्र बढ़ने के साथ बढ़ता है कोलेस्ट्रॉल का स्तर
डॉ. संदीप चोपड़ा ने कहा कि कोलेस्ट्रॉल का लेवल उम्र बढऩे के साथ बढ़ता जाता है। महिलाओं में मीनोपॉज की उम्र के बाद खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) का लेवल काफी बढ़ जाता है। कई लोगों में फैमिली हिस्ट्री के तौर पर कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती रहती है। जब तक कोलेस्ट्रॉल की मात्रा दिल व दिमाग को जाने वाली धमनियों के सिकुडऩ का कारण नहीं बनती, तब तक इसके बारे में पता नहीं लगता। दिल की धमनी में सिकुडऩ होने पर छाती में दर्द (एंजाइना) होने लगता है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से रोकने के ये हैं उपाय
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