Chocolate Ganesha: लुधियाना में 200 किलो बेल्जियम चाकलेट से तैयार 'चाकलेट गणेशा' बना आकर्षण का केंद्र, जानें खासियत
Chocolate Ganesha बेलफ्रांस बेकर्स के मुख्य द्वार पर चाकलेट गणेशा को रखा गया है। जो भी यहां आ रहा है वह चाकलेट गणेशा के साथ सेल्फी ले इस पल को यादगार बना रहा है। छठा साल है जब चाकलेट गणेशा को बनाया गया है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। Chocolate Ganesha: कोरोना काल में बेशक हर चीजें सादगी से सेलिब्रेट की जा रही है और शुक्रवार काे गणेश चतुर्थी को लेकर शहरवासियों ने पूरी तैयारी भी कर ली है। इस साल भी 'चाकलेट गणेशा' आकर्षण का केंद्र रहेंगे। सराभा नगर के बेलफ्रांस बेकर्स ने इस साल लगातार छठी बार बेल्जियम चाकलेट से 'चाकलेट गणेशा' तैयार किया है।
खास बात यह है कि इस बार बेकर्स ने 200 किलो बेल्जियम चाकलेट के साथ 212 किलो के 'चाकलेट गणेशा' तैयार किए हैं जोकि साढ़े चार फीट के हैं। वहीं इस्तेमाल की गई सभी चाकलेट खाने योग्य है और डेकोरेशन के लिए जो भी फूड क्लर्स इस्तेमाल किए गए है, वह विशेष तौर से इटली से मंगवाए गए है। पिछले साल से हट इस बार प्रतिमा तैयार की गई है।
सेल्फी खींच यादगार बना रहे यह पल
बेलफ्रांस बेकर्स के मुख्य द्वार पर चाकलेट गणेशा को रखा गया है। जो भी यहां आ रहा है, वह चाकलेट गणेशा के साथ सेल्फी ले इस पल को यादगार बना रहा है। बेकर्स के हरजिंदर कुकरेजा ने कहा कि इस साल छठा साल है जब 'चाकलेट गणेशा' को बनाया गया है। अब से पहले तक चालीस किलो, साठ किलो और 100 किलो तक के 'चाकलेट गणेशा' बनाए जा चुके हैं लेकिन इस साल 200 किलो से अधिक तकरीबन 212 किलो के चाकलेट गणेशा बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि चाकलेट गणेशा का दूध में विसर्जन किया जाएगा और बने चाकलेट दूध को स्लम एरिया के बच्चों में बांटा जाएगा।
एक सप्ताह पहले शुरू कर दी थी तैयारी
शेफ कुलवंत सिंह ने कहा कि चाकलेट गणेशा को बनाने के लिए एक सप्ताह पहले तैयारी शुरू कर दी थी। इस पर बारीकी से काम करते हुए आकर्षक रूप में तैयार किया गया है। बेल्जियम चाकलेट से बनाए चाकलेट गणेशा को 20 से 22 डिग्री तापमान में रखा जाएगा।