सिखों को इंसाफ देने में कैप्टन सरकार फेल : मानुके
श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के बाद आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे निहत्थे सिखों पर गोलियां चलाकर शहीद करने वाले आरोपियों को अपनी सरकार के अंतिम समय तक भी कैप्टन सरकार ढूंढ नहीं पाई और सिखों को इंसाफ नहीं दिला पाई।
संवाद सहयोगी, जगराओं : श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के बाद आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे निहत्थे सिखों पर गोलियां चलाकर शहीद करने वाले आरोपियों को अपनी सरकार के अंतिम समय तक भी कैप्टन सरकार ढूंढ नहीं पाई और सिखों को इंसाफ नहीं दिला पाई। इस काम के लिए उन्होंने श्री गुटका साहिब हाथ में लेकर शपथ र्ली थी। मगर वह उस कार्य को पूरा करने में पूरी तरह से असफल रहे। यह आरोप आम आदमी पार्टी की विधायक और सदन में विपक्ष की उपनेता सरबजीत कौर मानुके ने लगाए। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार द्वारा बार-बार एसआईटी बनाना सिख समुदाय को इंसाफ न देने की उनकी इच्छा को जाहिर करता है। उन्होंने कहा कि अकाली सरकार के समय गुरु साहिब की बेअदबी हुई और कैप्टन सरकार के साढ़े 4 वर्ष बीत चुके हैं और कैप्टन सरकार अभी का आरोपितों को गिरफ्तार करना तो दूर तो दूर उनके नाम भी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं कर पाई ।
उन्होंने कहा कि बेअदबी और बरगाड़ी मामले में पहले जस्टिस रणजीत सिंह कमीशन द्वारा जांच की गई, फिर जोरा सिंह कमीशन, फिर सीबीआई द्वारा जांच की गई, उसके बाद बार-बार सिट गठित की गई और अब 6 महीने सरकार के पास बाकी बचे हैं तो एक और सिट तैयार करके उसे 6 महीने का समय दे दिया। अब यह स्पष्ट हो गया है कि कैप्टन अमरिदर सिंह और बादल आपस में मिले हुए है। इस मामले में कोई भी नतीजा कैप्टन अमरिदर सिंह के रहते नहीं निकल सकेगा। इस मौके पर प्रोफेसर सुखविदर सिंह सुखी, सर्किल प्रधान पप्पू भंडारी, सुरेंद्र सिंह सग्गू, सुरजीत सिंह, तरसेम सिंह, जसप्रीत सिंह, बलदेव सिह, कुलवंत सिंह, शिदरपाल सिंह और दिलबाग सिंह समेत अन्य लोग मौैजूद रहे।