पटियाला में सीएम आवास के बाहर फ्लैक्सों पर कैप्टन के चेहरे पर पोती कालिख, लिखा- ईटीटी यूनियन जिंदाबाद

पटियाला में सीएम आवास के बाहर लगे फ्लैक्सों पर लगी पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की फोटो पर किसी ने कालिख पोत ली। कालिख पोतने साथ ही उस पर लिखा गया है कि ईटीटी यूनियन जिंदाबाद ।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 12:42 PM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 12:42 PM (IST)
पटियाला में सीएम आवास के बाहर फ्लैक्सों पर कैप्टन के चेहरे पर पोती कालिख, लिखा-  ईटीटी यूनियन जिंदाबाद
सीएम आवास के बाहर लगा फ्लैक्स जिस पर कालिख पोती गई है। जागरण

जागरण संवाददाता, पटियाला। शिक्षा विभाग में दस हजार से ज्यादा खाली पदों पर भर्ती न करने के रोष में ईटीटी-टीईटी पास बेरोजगार अध्यापक यूनियन के किसी सदस्य ने शहर में तीन जगह लगे सीएम के फ्लेक्सों पर कालिख पोत दी और उस पर ईटीटी यूनियन जिंदाबाद के नारे लिख दिए। वहीं, यूनियन ने इसे यूनियन का एक्शन न बताते हुए इसे किसी बेरोजगार का सरकार प्रति गुस्सा बताया है।

यूनियन के प्रांतीय प्रधान दीपक कंबोज ने बताया कि रोजगार की मांग को लेकर कई बार वह अपनी मांग सीएम तक पहुंचाने के मक्सद से पटियाला पहुंचे, लेकिन उनकी बात सुनने की जगह सरकार ने उनका स्वागत पुलिस की लाठियों से करवाया। वहीं दूसरी तरफ उनकी यूनियन का एक सदस्य रोजगार की मांग को लेकर पिछले चार महीने से टावर पर चढ़कर प्रदर्शन कर रहा है। इस दौरान कई बार उसकी हालत भी बिगड़ी, लेकिन सरकार या जिला प्रशासन के किसी अधिकारी ने उसका हाल तक जानने की कोशिश नहीं की। इसी से भावुक होकर यूनियन के किसी साथी ने रोष व्यक्त करने के मक्सद से कालिख पोती गई है।

दीपक कंबोज ने कहा कि यह उनके संगठन के एक्शन का हिस्सा नहीं है। यह किसी बेरोजगार का रोष है, जिसने फ्लैक्सों पर कालिख पोतकर अपना गुस्सा जाहिर करने का प्रयास किया है। बेरोजगारों का आरोप है कि सरकार बार-बार मीटिंगों का आश्वासन देकर मीटिंग नहीं करती, जिससे बेरोजगारों में भारी रोष है।

बुधवार को भी अपनी बात को सरकार तक पहुंचाने के लिए संगठन की ओर से प्रदर्शन किया गया था। इस प्रदर्शन दौरान यूनियन ने संदेश दिया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह बेरोजगारों की बात सुनने के बजाय केवल लाठियां चलानी ही जानते हैं। प्रांतीय प्रधान दीपक कंबोज ने बताया कि सात जुलाई को उनकी मुख्य प्रमुख सचिव सुरेश कुमार के साथ पैनल मीटिंग में उनको भरोसा दिया गया था कि उनकी मांग पर 14 जुलाई को होने वाली कैबिनेट की मीटिंग में मामला रखा जाएगा, लेकिन न तो कैबिनेट मीटिंग हुई और न ही उनका कोई मसला हल हुआ है।

गुप्त एक्शन जारी रहेगा

यूनियन के सीनियर उपप्रधान संदीप सामा कुलदीप खोखर, निर्मल ज़ीरा, सुखजीत नाभा, बलविंदर नाभा और हरप्रीत कौर मानसा ने कहा कि लगातार दो महीने से मीटिंगों में पंजाब सरकार बेरोज़गार अध्यापकों की मांगें मानने के बजाय आश्वासन दे रही है। जब तक बेरोज़गार अध्यापकों की मांगे नहीं मान ली जातीं तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।

chat bot
आपका साथी