लुधियाना के जगराओं में कैबिनेट मंत्री आशु ने कारगिल शहीद मनप्रीत सिंह गोल्डी मार्ग का किया उद्घाटन
कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु शहीद मनप्रीत सिंह गोल्डी के पिता कर्मजीत सिंह मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार कैप्टन संदीप सिद्धु जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन मलकीत सिंह दाखा व एसडीएम जगराओं नरिंदर सिंह धालीवाल ने शहीद मनप्रीत सिंह गोल्डी मार्ग का उद्घाटन किया।
जगराओं, जेएनएन। पंजाब सरकार शहीदों को उचित मान-सम्मान दिलाने के लिए हमेशा से कोशिश रही है। यह कहना है कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू का। शनिवार को कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु, शहीद मनप्रीत सिंह गोल्डी के पिता कर्मजीत सिंह, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार कैप्टन संदीप सिद्धु, जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन मलकीत सिंह दाखा व एसडीएम जगराओं नरिंदर सिंह धालीवाल ने शहीद मनप्रीत सिंह गोल्डी मार्ग का उद्घाटन किया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू ने शहीद मनप्रीत सिंह गोल्डी की कुबार्नी पर कहा कि हमें गर्व है कि शहीद मनप्रीत सिंह ने अपने देश के लिए छोटी सी उम्र में कुर्बानी दी।
उन्होंने शहीद गोल्डी के पिता कर्मजीत सिंह को कहा कि पूरे देश को उनके बेटे की कुर्बानी पर गर्व है। इस मौके पर जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन मलकीत सिंह दाखा व कैप्टन संदीप सिद्धु ने भी शहीद मनप्रीत सिंह गोल्डी की शहीदी पर गर्व जताया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री भारतभूषण आशु ने एसडीएम नरिंदर सिंह धालीवाल के इस प्रयास की सराहना की कि शहीद मनप्रीत सिंह गोल्डी व उनके परिवार को उचित सम्मान देने के लिए यह मार्ग का सौंदर्यकरण किया है। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू ने शहीद गोल्डी के पिता कर्मजीत सिंह को शाल देकर सम्मानित भी किया।
इस मौके पर जगराओं नगर कौंसिल व कांग्रेस वर्करों ने मुख्य मेहमानाें कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु, शहीद गोल्डी के पिता कर्मजीत सिंह, कैप्टन संदीप सिद्धु, मलकीत सिहं दाखा व एसडीएम जगराओं नरिंदर सिंह धालीवाल को सम्मानित किया। इस मौके पर मार्केट कमेटी के चेयरमैन काका ग्रेवाल, समाज सेवक रजिंदर जैन, गुरविंदर सिंह सिद्धु, नगर कौंसिल के ईओ सुखदेव सिंह सहित अन्य सदस्य मौजूद थे। मंच का संचालन कैप्टन नरेश वर्मा ने किया।
बचपन से ही फौज में जाने का शौक थाः कर्मजीत सिंह
शहीद मनप्रीत सिंह गोल्डी के पिता कर्मजीत सिंह जोकि खुद एयरफोर्स से रिटायर है, ने कहा कि उनके बेटे लेफ्टिनेंट शहीद मनप्रीत सिंह गोल्डी ने वर्ष 2001 में जम्मू-कश्मीर में आंतकवादियों के खिलाफ लड़ाई में शहीदी प्राप्त की थी। उन्होंने बताया कि मनप्रीत सिंह गोल्डी का जन्म 10 दिसंबर 1978 को हुआ था और उन्हें शुरू से फौज में भर्ती होने का शौक था। क्योंकि शहीद मनप्रीत सिंह गोल्डी के पिता कर्मजीत सिंह एयरफोर्स व दादा जी सरदार अमर सिंह ने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान फौज में काम किया था।
इसलिए बचपन से लेफ्टिनेट शहीद गोल्डी को फौज में जाने का शौक था। कर्मजीत सिंह ने बताया कि शहीद गोल्डी की शहादत के बाद सरकार ने उसको बनते पूरे अधिकार दिए थे। उसके बड़े भाई हरप्रीत सिंह को सरकारी नौकरी मिली थी, लेकिन कुछ समय के बाद खुद ही छोड़ दी। शहीद गोल्डी की मां अमरजीत कौर हाउस वाइफ व एक बहन गुरप्रीत कौर है।