लाकडाउन के कारण वेंटिलेटर पर चला गया लुधियाना का व्यापार, प्रशासन को नहीं किसी की चिंता

लाकडाउन को लेकर कैप्टन ने धक्केशाही और अपनी मनमर्जी के फैसले किए हैं। पंजाब में जहां एक तरफ करोना ने कमर तोड़ दी है। और दूसरी तरफ पंजाब सरकार का फैसला और एक मंत्री की दखलअंदाजी के साथ लोगों के व्यापार को मौत के मुंह में धकेल दिया है।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 11:47 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 11:47 AM (IST)
लाकडाउन के कारण वेंटिलेटर पर चला गया लुधियाना का व्यापार, प्रशासन को नहीं किसी की चिंता
लाकडाउन के कारण लुधियाना का व्यापार चौपट हो रहा है।

लुधियाना, जेएनएन। पूरे पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जिस भावना के साथ लॉकडाउन लगाया है यह कोरोना का हल नहीं है। इस शब्दों के साथ ही पूरे पंजाब भर के सभी व्यापारियों ने गैर जरूरी दुकानों को बंद करने को लेकर भरपूर धरना प्रदर्शन किया। जिसके कारण सरकार को पता चला कि गैर जरूरी दुकानों को खोलने को लेकर व्यापारियों के साथ प्रशासन को बात करनी चाहिए। तभी प्रशासन ने व्यापारियों के साथ सीधे तौर पर और वीडियो कांफ्रेंस के साथ भी बात की। पूरे पंजाब के 22 जिलों में आदेश पास किए गए। इसमें लोगों को सुनने के बाद प्रशासन ने फैसला किया कि गैर जरूरी दुकानों को अलग-अलग समय पर खोलकर कोरोना की लड़ाई में सभी व्यापारियों का योगदान भी डाला जाए। लगभग 22 जिलों में गैर जरूरी दुकानें कहीं 3 बजे कहीं 5 बजे और कहीं 9 बजे कहीं राइट और लेफ्ट अलग-अलग फैसलों के साथ पूरे पंजाब में खोलने की शुरुआत की गई।

पर लुधियाना प्रशासन ने एक मंत्री की दखलअंदाजी के साथ यह फैसला किया कि यहां सुबह 5 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक सभी दुकानें खोलने की इजाजत दी गई और साथ ही 12 बजे के बाद सख्त कर्फ्यू लगा दिया जाए। तभी प्रशासन ने यहां पर ओपन जेले भी बना दी गई। इसके साथ ही आज पंजाब में डर और खौफ का माहौल पैदा हो गया है। इसके साथ ही पंजाब का व्यापार चूर चूर हो चुका है। इस समय लुधियाना में 10 लाख के करीब लेबर फैक्ट्रियों में 24 घंटे काम कर रही है। यह फैक्ट्रियां तभी चल सकती हैं जब गैर जरूरी दुकानें खुलें। यहां से कच्चा माल आना है और और बाद में जहां फिनिशिंग होकर माल तैयार होकर आगे देशभर में भी सेल के लिए जाना है।

कैप्टन ने धक्केशाही और अपनी मनमर्जी के फैसले किए हैं। पंजाब में जहां एक तरफ करोना ने कमर तोड़ दी है। और दूसरी तरफ पंजाब सरकार का फैसला और एक मंत्री की दखलअंदाजी के साथ लोगों के व्यापार को मौत के मुंह में धकेल दिया है। आज लुधियाना का व्यापार वेंटिलेटर पर चला गया है। जहां पर पांच हजार गैर जरूरी दुकानदार अपनी रोजी-रोटी से महरूम हो गए हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुद यह बात कही है कि कोरोना की जंग में लॉकडाउन लगाना इसका कोई हल नहीं है। सभी दुकानें सभी काम सभी फैक्ट्रियां सभी ट्रेड भी चलना चाहिए। परंतु आज लुधियाना से सोतेला व्यवहार किया गया है।

पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल ने मांग की है कि बाकी जिलों की तरह भी जब सरकार एक है तो आदेश भी एक होना चाहिए। जबकि लुधियाना की गैर जरूरी दुकान में भी 10 से लेकर 5 बजे तक खुलने चाहिए। इसके साथ सभी औद्योगिक चल सके। सभी कैटगरी की दुकानों को अलग-अलग समय दिया जाए ताकि बाजारों में राशि भी ना हो और सभी लोगों का काम भी हो सके। पुलिस के डर खोफ से और डंडे से कोरोना को भगाया नहीं जा सकता। कोरोना हम सभी मिलकर भगाएंगे। अगर सरकार ने हमें ही व्यापार को भगाने की कोशिश की तो व्यापारी मजबूर होकर सड़कों पर निकलेंगे जैसे पहले आंदोलन किया था फिर आंदोलन करेगा इसकी सारी जिम्मेदारी कैप्टन सरकार की होगी।

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