मौत ऐसे भी आती है... जेब से उड़कर सड़क पर गिरा 10 रुपये का नोट, उठाने गए व्यक्ति को बस ने कुचला
एएसआइ संदीप कुमार ने बताया कि शिवराज फिल्लौर के गांव जगतपुरा का रहने वाला था। पुलिस ने उसके भतीजे कुशिंद की शिकायत पर बस ड्राइवर को गिरफ्तार करके उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया। शिवराज को एक प्राइवेट बस के चालक ने कुचल दिया है।
लुधियाना, जेएनएन। कब और कैसे किसी व्यक्ति की मौत आएगी, यह कोई नहीं जानता लेकिन यहां 48 साल के शिवराज को सिर्फ 10 रुपये के लालच में जान से हाथ धोना पड़ा है। वह जेब से उड़कर सड़क पर गिरे 10 रुपये के नोट को उठाने गया था। नोट उठाने के चक्कर में शिवराज उसकी ओर आती तेज रफ्तार बस को नहीं देख सका और चपेट में आने से उसकी दर्दनाक मौत हो गई। घटना लाडोवाल टोल प्लाजा पार करने के बाद सर्व व्यापक एकजोत सत्संग घर के पास हुई है। सूचना मिलने पर पहुंची थाना लाडोवाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया और कार्रवाई मुकम्मल करने के बाद परिजनों को सौंप दिया।
एएसआइ संदीप कुमार ने बताया कि शिवराज फिल्लौर के गांव जगतपुरा का रहने वाला था। पुलिस ने उसके भतीजे कुशिंद की शिकायत पर बस ड्राइवर को गिरफ्तार करके उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया। पुलिस में दर्ज बयान में कुशिंद ने बताया कि वे लोग मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिला सीतापुर के गांव परेटा निवासी हैं। यहां मजदूरी का काम करते हैं। सोमवार वह अपने चाचा शिवराज के साथ थ्री व्हीलर में बैठकर लुधियाना की ओर जा रहे थे।
ऑटो रुकवा कर नोट उठाने गया था शिवराज
कुशिंद ने बताया कि लाडोवाल टोल प्लाजा पार करने के बाद सर्व व्यापक एकजोत सत्संग घर के पास तेज हवा के कारण चाचा शिवराज की जेब से 10 रुपये का नोट उड़कर सड़क पर जा गिरा। उन्होंने ऑटो रिक्शा रुकवाया और नोट उठाने के लिए सड़क पर चले गए। उसी दौरान पीछे से आ रही अमन ट्रांसपोर्ट कंपनी की बस के चालक ने लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
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