शुरुआत में मिले तो 90 फीसद मरीज हो सकते हैं ठीक : डा. निशांत

मोहनदई ओसवाल अस्पताल ने जागरूकता बढ़ाने और ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए मंगलवार को ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता माह मनाया। इस समारोह में कई कैंसर सरवाइवर ने बड़े जोश के साथ हिस्सा लिया व अपने अनुभवों को साझा किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 08:13 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 08:13 PM (IST)
शुरुआत में मिले तो 90 फीसद मरीज हो सकते हैं ठीक : डा. निशांत
शुरुआत में मिले तो 90 फीसद मरीज हो सकते हैं ठीक : डा. निशांत

जागरण संवाददाता, लुधियाना : मोहनदई ओसवाल अस्पताल ने जागरूकता बढ़ाने और ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए मंगलवार को ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता माह मनाया। इस समारोह में कई कैंसर सरवाइवर ने बड़े जोश के साथ हिस्सा लिया व अपने अनुभवों को साझा किया। समारोह में डिस्ट्रिक्ट ब्यूरो आफ एम्प्लॉयमेंट एंड एंटरप्राइजेज डिप्टी डायरेक्टर मीनाक्षी शर्मा मुख्याअतिथि थीं।

अस्पताल के सर्जिकल आंकोलॉजिस्ट डा. निशांत बट्टा ने बताया कि दुनिया भर में ब्रेस्ट कैंसर के मामलों की संख्या खतरनाक दर से बढ़ रही है और इसे महिलाओं में सबसे आम कैंसर में से एक माना जाता है। प्रारंभिक और पर्याप्त निदान से प्रभावी उपचार हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप ब्रेस्ट कैंसर को ठीक करने का एक अच्छा मौका मिलता है। 40 साल से अधिक उम्र की महिलाओ में ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने और उनकी जांच के लिए वार्षिक मेमोग्राफी अब तक का सबसे सटीक तरीका है। प्रारंभिक अवस्था में ब्रेस्ट कैंसर का पता चलने पर लगभग 90 प्रतिशत रोगी स्वस्थ हो जाते हैं। महिलाओं के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे नियमित रूप से स्वयं ब्रेस्ट जाँच करे और अगर कोई बदलाव दिखे तो तुरंत डाक्टर से सलाह लें। ब्रेस्ट कैंसर के कुछ सामान्य लक्षण ब्रेस्ट या बगल में दर्द रहित गांठ, ब्रेस्ट के आकार या ब्रेस्ट की त्वचा में परिवर्तन, असामान्य निप्पल रिसाव और निप्पल पीछे हटना या अल्सरेशन हैं।

डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ रूपिदर सिंह ने बताया कि मोहनदई ओसवाल अस्पताल में कैंसर के निदान और उपचार के लिए नवीनतम तकनीक और सब सुविधाएं एक छत के नीचे उपलब्ध है । इस अवसर पर अस्पताल अध्यक्ष जवाहर लाल ओसवाल ने सभी के सुखी एवं स्वस्थ जीवन के लिए की कामना की हैं।

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