साइकिल चोर गिरोह से 10 वर्ष की उम्र में भिड़ गया लुधियाना का अनमोल, अब हार गया जिंदगी की जंग

लुधियाना का अनमोल जिंदगी की जंग हार गया। वह दस वर्ष की उम्र में साइकिल चोर गिरोह से भिड़ा था। उसे पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने वर्ष 2018 में गणतंत्र दिवस के मौके पर उसे बहादुरी अवॉर्ड देकर सम्मानित किया था।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 11:31 AM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 11:31 AM (IST)
साइकिल चोर गिरोह से 10 वर्ष की उम्र में भिड़ गया लुधियाना का अनमोल, अब हार गया जिंदगी की जंग
वर्ष 2018 में अनमोल को बहादुरी अवार्ड से सम्मानित करते वित्त मंत्री मनप्रीत बादल। (फाइल फोटो)

जेएनएन, लुधियाना। छोटी सी उम्र और सैन्य जवान की तरह बहादुर। ऐसा हर कोई नहीं होता। जब उम्र दस साल की थी तो वह अकेला ही तीन चोर गिरोह के सदस्यों के साथ भिड़ गया और उनसे दोस्त का साइकिल वापस लाया। मगर आज शहर ने इस बहादुर हीरो को खो दिया। हम बात कर रहे हैं अनमोल सिंह ग्रेवाल की जो बीमार होने के कारण 16 सितंबर को छोटी सी उम्र में चल बसा। बेटे की मौत से पूरे परिवार को गहरा सदमा लगा है।

बात वर्ष 2016 की है। बच्चे ग्रुप बनाकर घर के आसपास साइक्लिंग कर रहे थे। उस समय अनमोल के एक दोस्त की साइकिल को तीन चोर गिरोह के लड़के चुराकर ले गए थे। सभी साइक्लिंग इकट्ठे करते थे तो बच्चों को एक-दूसरे के साइकिल की अच्छे से पहचान भी थी। साइकिल चोरी होने के कुछ दिन बाद अनमोल घर के बाहर खड़ा था।

चोर गिरोह के सदस्य वही साइकिल लेकर वहां से निकले। अनमोल ने उस साइकिल को पहचाना और चोर गिरोह के सदस्य के पीछे भागा। चूंकि वह कराटे की ट्रेनिंग ले रहा था और वह पहले से चोटिल भी था। फिर भी उसने तीनों आरोपितों को डटकर मुकाबला किया और साइकिल लाकर दोस्त को दे दी। इसी कारण 2018 में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने अनमोल को बहादुरी अवॉर्ड देकर सम्मानित किया था।

अच्छा स्काउट और फुटबॉल खेलने का था शौक

दुगरी एरिया में अनमोल का परिवार रहता है। वह सराभा नगर के सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट के नौवीं कक्षा का छात्र था। पिता एडवोकेट सर्बजीत सिंह ग्रेवाल और मां परमजीत कौर ने कहा कि उनका बेटा बहुत साहसी था। वह अच्छा स्काउट व फुटबॉल खेलने का भी शौकीन था। वर्ष 2019 में राज्यस्तरीय पंजाब स्काउट कैंप में हिस्सा लेने पर उसे राज्य पुरस्कार भी मिला था। अपनी बहादुरी के लिए स्कूल मैगजीन में भी अनमोल का जिक्र है और ऑवर रियल हीरो के नाम से स्कूल मैगजीन में फोटो सहित अनमोल को जगह दी हुई है।

अनमोल ने वीडियो के जरिए की थी जरूरतमंदों की मदद करने की अपील

इसी के साथ स्कूल में आयोजित होने वाले कल्चरल कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए वह कई पुरस्कार हासिल कर चुका है। कोविड-19 पर अनमोल ने एक वीडियो भी शेयर की थी, जिसमें वह जरूरतमंद लोगों की मदद करने, विशेष कर दूसरे राज्यों से आए वर्कर्स का दर्द समझने की अपील की थी जो लॉकडाउन के दौरान भूखे पेट लंबा रास्ता तय कर अपने घरों में जाने को मजबूर हुए थे। इस बहादुर अनमोल की अंतिम अरदास 24 सितंबर को अर्बन एस्टेट फेस वन दुगरी के गुरूद्वारा श्री गुरू सिंह सभा में दोपहर बारह से एक बजे तक रखी गई है।

दो अस्पतालों से रेफर, तीसरे में कहा, लीवर और किडनी खराब और हो गई

परमजीत कौर ने बताया कि बेटे अनमोल को नौ सितंबर को बुखार आया। डॉक्टर ने वायरल होने की बात कही। दवाई देने के बाद अनमोल ठीक हो गया। 13 सितंबर को उसे दिन में सात बार उल्टियां आईं। उसे मॉडल टाउन के एक निजी अस्तपाल में भर्ती कराया। डॉक्टर ने उन्हेंं डेंगू बताते हुए बड़े अस्पताल ले जाने की बात कही। पारिवारिक सदस्य उसे वहीं बड़े निजी अस्पताल में ले गए। वहां डॉक्टर ने अनमोल के प्लेटलेट्स कम होने पर उसका प्रबंध करने को कहा।

इस बीच अस्पताल ने अनमोल को इंजेक्शन भी लगाया। परमजीत के अनुसार जैसे ही उन्होंने प्लेटलेट्स के लिए ब्लड का प्रबंध किया तो अस्पताल ने आगे बड़े अस्पताल ले जाने को कहा। इस दौरान अनमोल ठीक था। वह एंबुलेंस में खुद बैठा और दूसरे अस्पताल पहुंचने तक बातें करता रहा। जैसे ही अनमोल को दूसरे अस्पताल ले जाया गया, वहां के डॉक्टरों ने कुछ घंटे बाद ही कह दिया कि उसके लीवर और किडनी खराब हो गए हैं और कुछ समय बाद ही उसकी मौत हो गई।

अनमोल की उपलब्धियां बहादुरी के लिए स्कूल मैगजीन में ऑवर रियल हीरो के नाम से अनमोल का जिक्र वर्ष 2019 में राज्य स्तरीय पंजाब स्काउट कैंप में हिस्सा लेने पर राज्य पुरस्कार मिला कल्चरल कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर कई पुरस्कार हासिल कर चुका

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