सात माह पहले रखे बाउंसर ने ही रिश्तेदार व दोस्त के साथ लूटे मालिक के 35 लाख
मिलरगंज के किस्मत कांप्लेक्स में शुक्रवार शाम को गोल्ड ट्रेडिंग फर्म शंकर मेटल्स के बाउंसर और वर्कर से हुई 35 लाख रुपये की लूट की वारदात को पुलिस ने 12 घंटे में सुलझा लिया है। फर्म के बाउंसर ने ही लूट की साजिश रची थी।
जागरण संवाददाता, लुधियाना :
मिलरगंज के किस्मत कांप्लेक्स में शुक्रवार शाम को गोल्ड ट्रेडिंग फर्म शंकर मेटल्स के बाउंसर और वर्कर से हुई 35 लाख रुपये की लूट की वारदात को पुलिस ने 12 घंटे में सुलझा लिया है। फर्म के बाउंसर ने ही लूट की साजिश रची थी। खिलौना पिस्तौल दिखाकर इस वारदात को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने हलवारा के रहने वाले बाउंसर गगनदीप सिंह, बरनाला जिले के गांव ढिलवा के सतनाम सिंह सैंडी और रायकोट के रहने वाले संदीप सिंह उर्फ सीपा को गिरफ्तार कर लूट की रकम बरामद कर ली है। सतनाम सिंह गगनदीप की पत्नी की बुआ का बेटा है।
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 34 वर्षीय गगनदीप सिंह फरवरी 2021 में ही शंकर मेटल्स के साथ गार्ड व बाउंसर के तौर पर जुड़ा था। उसके साथ काम करने वाले वर्कर शिवाजी नगर के प्रिस ने पुलिस को बताया कि बाइक सवार दो लुटेरों ने मिलरगंज चौक स्थित किस्मत कांप्लेक्स में उनके पास से 35 लाख रुपये का बैग लूट लिया और फरार हो गए। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि बाउंसर गगनदीप सिंह के पास लाइसेंसी रिवाल्वर थी। इसके बावजूद उसने वारदात के समय कोई प्रतिरोध नहीं किया। पुलिस की जांच उसी पर केंद्रित थी। उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ करने पर उसने मान लिया कि उसने ही साथियों के साथ मिलकर लूट की है।
सतनाम सिंह उसकी पत्नी की बुआ का बेटा है। उसने एमए तक पढ़ाई की थी। उसका रायकोट में जिम है। उसका भाई हत्या के केस में जेल में बंद है। वहीं, संदीप सिंह आठवीं पास है। जिम में सतनाम के साथ उसकी दोस्ती हुई थी। तीनों ने लूट की साजिश रची। गगनदीप सिंह पहले सतनाम के जिम में ट्रेनर था और बाद में बाउंसर के रूप में नौकरी करने लगा।
---
25 लाख सतनाम व 10 लाख संदीप अपने साथ ले गया था :
खिलौना पिस्तौल दिखाकर लूटे 35 लाख रुपये लेकर सतनाम सिंह और संदीप सिंह मोटरसाइकिल पर फरार हो गए थे। 25 लाख रुपये सतनाम अपने साथ ले गया और 10 लाख रुपये संदीप सिंह ने अपने पास रखे थे। इस रकम का तीन हिस्सों में बंटवारा बाद में होना था लेकिन उससे पहले तीनों पकड़े गए।