बेमिसाल किसान, हक की लड़ाई के साथ 'महादान'

इस समय किसान अपने हकों के लिए दिल्ली बार्डर पर डटे हुए हैं। उनके समर्थन में विभिन्न संगठन मदद कर रहे हैं। कोई खाद्य सामग्री भेज रहा है कोई मेडिकल सेवाएं मुहैया करवा रहा है तो कोई ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा उपलब्ध करवा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Dec 2020 09:15 PM (IST) Updated:Thu, 17 Dec 2020 09:15 PM (IST)
बेमिसाल किसान, हक की लड़ाई के साथ 'महादान'
बेमिसाल किसान, हक की लड़ाई के साथ 'महादान'

जासं, लुधियाना : इस समय किसान अपने हकों के लिए दिल्ली बार्डर पर डटे हुए हैं। उनके समर्थन में विभिन्न संगठन मदद कर रहे हैं। कोई खाद्य सामग्री भेज रहा है, कोई मेडिकल सेवाएं मुहैया करवा रहा है तो कोई ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा उपलब्ध करवा रही है। किसानों के इस आंदोलन में मानवता की एक और बड़ी मिसाल देखने को मिली। एक तरफ वे कृषि सुधार कानून को रद करने की मांग के लिए लड़ रहे हैं, दूसरी तरफ वे मरीजों की जान बचाने के लिए रक्तदान भी कर रहे हैं।

जिले की ब्लड सेवा फैमिली और मनुख्ता दी सेवा सब तों वड्डी सेवा संस्था की ओर से कुंडली बार्डर पर यह ब्लड डोनेशन कैंप लगाया गया। इसमें गुरु नानक ब्लड बैंक व रघुनाथ ब्लड बैंक की टीम पहुंची। कैंप में कुल 185 यूनिट ब्लड एकत्रित किया गया। ब्लड सेवा फैमिली के संस्थापक मंकुश कपूर व मनुख्ता दी सेवा सब तों वड्डी सेवा संस्था के संस्थापक गुरप्रीत मिटू ने बताया कि कैंप में धरने पर बैठे किसानों ने बढ़चढ़कर रक्तदान किया। यह जिले के अस्पतालों में भर्ती जरूरतमंद मरीजों की मदद के लिए लगाया गया। किसान जहां अपने हकों के लिए डटे हुए हैं, वहीं मानवता की सेवा भी कर रहे हैं। कैंप में 20 से 30 साल के युवाओं ने ही नहीं बल्कि 50 साल से अधिक आयु वालों ने भी ब्लड डोनेट किया। धरने के दौरान किसानों ने रक्तदान महादान का संदेश भी दिया। मंकुश ने लोगों से अपील की कि वे रक्तदान जरूर करें। इससे कई लोगों की जिंदगी को बचाया जा सकता है।

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