पानी-सीवरेज के बिल की वसूली निजी हाथों में देने से भाजपा खफा

नगर निगम लुधियाना के तहत 125 गज तक के रिहायशी मकानों को पानी सिवरे•ा की निशुल्क सेवा को समाप्त करके यह छूट सिर्फ पचास गज के सिगल स्टोरी रिहायशी मकानों तक सीमित की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 08:21 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 08:21 PM (IST)
पानी-सीवरेज के बिल की वसूली निजी हाथों में देने से भाजपा खफा
पानी-सीवरेज के बिल की वसूली निजी हाथों में देने से भाजपा खफा

जासं, लुधियाना : नगर निगम लुधियाना के तहत 125 गज तक के रिहायशी मकानों को पानी, सिवरे•ा की निशुल्क सेवा को समाप्त करके यह छूट सिर्फ पचास गज के सिगल स्टोरी रिहायशी मकानों तक सीमित की गई है। ऐसे में शहर से पानी, सीवरे•ा के बिलों की वसूली निजी हाथों में सौंपने का भाजपा ने विरोध किया है। मेयर बलकार सिंह के निर्देश पर सीनियर डिप्टी मेयर शाम सुंदर की अध्यक्षता में गठित की गई समिति में लिए गए फैसलों पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है। जिला भाजपा अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिगल ने कहा इस आपदाकाल में जब लोगों के कारोबार एक बार फिर बंद हो गए हैं और लोगों को रोटी के लाले पड़ गए हैं। मेयर बलकार सिंह ऐसे फरमान जारी करके लोगों के जख्मों पर नमक छिड़क रहे हैं। गरीब लोगों से पानी पीने का हक भी छीनने की योजनाएं बना रहे हैं।

सिगल ने कहा ऐसी योजना पिछली सरकार के समय भी आई थीं, लेकिन उस वक्त हर परिवार को चाहे उसका मकान किसी भी साइज का हो उसे 20 ह•ार लीटर पानी फ्री देने का प्रावधान रखा गया था और भाजपा ने इसे बढ़ा कर 25 से 30 ह•ार लीटर प्रति परिवार करने का प्रस्ताव रखा था। कांग्रेस ने उस वक्त पूरी योजना का विरोध किया था। सिगल ने कहा कि जब से पंजाब में कांग्रेस सरकार आई है तब से लगातार नए टैक्स लगा कर उसने लोगों का जीना दूभर कर दिया है।

पुष्पेंद्र सिगल ने कहा कि बिलों की वसूली निजी हाथों में देने का मायने हैं कि मेयर अपने स्टाफ से काम लेने में नाकाम हैं। यह फैसला मेयर की कारगुजारी पर सवाल खड़े कर रहा है। सिगल ने कहा निगम के पास स्टाफ है जो हर माह करोड़ों रुपये तनख्वाह लेता है। मेयर को बिल वसूली का काम सरकारी स्टाफ से सख्ती करवाना चाहिए।

पुष्पेंद्र सिगल ने कहा भाजपा ऐसे जनविरोधी फैसलों का विरोध करेगी। इसी तरह उन्होंने ऐसे महत्वपूर्ण फैसले लेने वाली समिति में भाजपा के किसी सदस्य को शामिल न करने से सिद्ध होता है कि कांग्रेस व मेयर की मंशा ठीक नहीं है। सिगल ने मांग की है कि समिति का पुनर्गठन हो, भाजपा जो देश का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है और नगर निगम लुधियाना में बराबर का विपक्षी दल है, इसलिए ऐसे सभी फैसलों को स्थगित करते हुए भाजपा प्रतिनिधि को समिति में शामिल करके सभी तथ्यों पर पुनर्विचार किया जाए, अगर ऐसा नहीं होता तो इस कोविड काल में भी भाजपा हर स्तर पर मेयर का विरोध करेगी।

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