पंजाब में SHO से उलझे बाइक सवार, हवलदारों की वर्दी फाड़ी; सिविल ड्रेस में तैनात थे थाना राजपुरा प्रभारी
थाना राजपुरा सिटी के एसएचओ गुरप्रताप सिंह ने दो युवकों को स्पीड पर बाइक पर जाते हुए रोका और उनको समझाने की कोशिश की। बिना वर्दी के होने के कारण दोनों युवक उनसे उलझ गए और बहस की।
संवाद सहयोगी, राजपुरा: स्थानीय पटियाला रोड पर 28 जुलाई की रात बगैर वर्दी के खड़े थाना राजपुरा सिटी के एसएचओ गुरप्रताप सिंह ने दो युवकों को स्पीड पर बाइक पर जाते हुए रोका और उनको समझाने की कोशिश की। बिना वर्दी के होने के कारण दोनों युवक उनसे उलझ गए और बहस की। इस दौरान एसएचओ ने उनको बताया भी कि वे थाने के एसएचओ हैं, लेकिन उन्होंने इस बात को अनदेखा किया। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि वहां मौजूद दो हवलदारों ने भी युवकों को समझाने की कोशिश की तो युवक उनसे भी उलझ पड़े। आरोप है कि युवकों ने पुलिस कर्मचारियों के साथ झगड़ा किया और उनकी वर्दी फाड़ दी। कर्मचारियों से मारपीट के कारण घायल होने पर पुलिस कर्मचारियों को राजिंदरा अस्पताल पटियाला में दाखिल करवाया गया। इस बाबत पुलिस ने दोनों युवकों के खिलाफ केस दर्ज करके उनको गिरफ्तार कर लिया है।
थाना सिटी की पुलिस ने गांव मंडियाणा निवासी सतनाम सिंह और गांव पिलखणी निवासी मनिंदर सिंह के खिलाफ पुलिस के साथ मारपीट करने, वर्दी फाड़ने सहित सरकारी काम में बाधा डालने का केस दर्ज करते हुए दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार को उक्त दोनों युवकों का पुलिस ने मेडिकल करवाया है।
शहीद प्रभाकर चौक में रात नौ बजे की घटना
सिटी थाने में दर्ज करवाई रिपोर्ट के मुताबिक हेड कांस्टेबल अमरिंदर सिंह ने बताया कि वो कांस्टेबल याद¨वदर सिंह के साथ 28 जुलाई रात करीब नौ बजे शहीद प्रभाकर चौक के नजदीक मौजूद था। राजपुरा-पटियाला रोड पर नारायण मच्छी वाले के नजदीक कुछ युवक हुल्लड़बाजी कर रहे थे। वे दोनों वहां पर युवकों को रोकने के लिए पहुंचे और रोकने की कोशिश की। उक्त दोनों पुलिस के साथ ही झगड़ पड़े और मारपीट करने लगे। उनका आरोप है कि कांस्टेबल याद¨वदर सिंह की वर्दी फाड़ दी है। आरोपितों ने पुलिस पार्टी की ड्यूटी में रुकावट डाली। बाद में दोनों पुलिस कर्मचारियों को इलाज के लिए राजिंदरा अस्पताल में दाखिल करवाया गया। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
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