Adani लाजिस्टिक पार्क बंद होने से पंजाब के उद्योगों को लगा बड़ा झटका, बढ़ेगा ट्रांसपोर्टेशन का खर्च

पंजाब के किला रायपुर में अदाणी लाजिस्टिक्‍स पार्क से बंद होने के कारण राज्‍य के उद्योगों को भी बड़ा झटका लगा है। इससे उनके लिए ट्रांसपोर्टेशन का खर्च बढ़ गया है। उद्योगों का ट्रांसपोर्टेशन खर्च 33 फीसद तक बढ़ जाएगा।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 09:41 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 12:34 PM (IST)
Adani लाजिस्टिक पार्क बंद होने से पंजाब के उद्योगों को लगा बड़ा झटका, बढ़ेगा ट्रांसपोर्टेशन का खर्च
लुधियानाा के किला रायपुर स्थित अदाणी लाजिस्टिक्‍स पार्क। (कुलदीप काला)

लुुधियाना , [मुनीश शर्मा]। पंजाब के उद्योगों को भी लुधियाना के किला रायपुर स्थित अदाणी लाजिस्टिक्स पार्क के बंद होने से बड़ा झटका लगा है। अब उनका ट्रांसपोर्टेशन खर्च 33 फीसद तक बढ़ जाएगा। इससे उनके लिए बाहर से कच्‍चा माल मंगाना और तैयार माल भेजना चुनौतीपूर्ण होने के साथ इस पर खर्च बढ जाएगा।

फास्ट गुड्स मूवमेंट होगी बड़ी चुनौती, कंटेनर तेजी से भेजने में मिलती थी मदद

दरअसल, पोर्ट से दूरी और बार्डर स्टेट होने के चलते पंजाब के उद्योगों का तैयार माल दूसरे राज्यों और अन्य देशों को भेजना सबसे बड़ी चुनौती रहती है। इस पर माल जल्दी और कम लागत में भेजना हर उद्योगपति की प्राथमिकता रहती है। कच्चा माल लाने से लेकर एक्सपोर्ट के लिए समय पर सामग्री पहुंचाने के लिए कई दिन लग जाते हैं।

लुधियाना के किला रायपुर में अदाणी लाजिस्टिक्‍स के बाहर धरने पर बैठे किसान। (जागरण)

33 फीसद तक बढ़ेगा ट्रांसपोर्टेशन खर्च

अदाणी लाजिस्टिक्स पार्क ने फास्ट गुड्स मूवमेंट यानी सामान को तेजी से लाने व ले जाने के सिस्टम को पंजाब में नई दिशा दी थी। फ्रेट कारिडोर पर बल्क में सामान लाकर उद्योगों का 33 फीसद खर्च बचाने के लिए बनाए गए इस लाजिस्टिक पार्क के बंद होने से उनका खर्च 33 फीसद तक बढ़ सकता है। यहां रोज करीब 120 कंटेनर लोड व अनलोड होते थे। अदाणी ग्रुप के पास खुद के यार्ड और जहाज हैं। इससे फास्ट मूवमेंट हो पा रही थी। उद्योगों को इससे काफी राहत मिल रही थी। जो सामान भेजने के लिए आम तौर पर 20 से 25 दिन का समय लगता था, वही तैयार माल अदाणी लाजिस्टिक्स की वजह से ग्राहकों तक 10 से 15 दिनों में पहुंचा रहा था।

पंजाब से दूसरे राज्यों को सामान भेजना और एक्सपोर्ट भी होगा महंगा

बड़ी प्राइवेट कंपनी के इस क्षेत्र में आने से जवाबदेही तय थी और दूसरी कंपनियां भी दबाव में थी, लेकिन अब अदाणी लाजिस्टिक्स के बंद होने से बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।इसी जगह पर वेयरहाउसिंग कारपोरेशन का भी लाजिस्टिक पार्क है। पंजाब जैसे लैंड लॉक राज्य के उद्योगों के लिए अदाणी लाजिस्टिक्स पार्क उनके खर्च को कम कर उन्हें दूसरे राज्यों के उद्योगों के मुकाबले प्रतिस्पर्धा की दौड़ में बनाए रखने में सहायक सिद्ध हो रहा था। किसान आंदोलन के कारण जिस तरह से राज्य में रिलायंस और अदाणी के कारोबार को निशाना बनाया जा रहा है, इसका असर आने वाले समय में दूसरे उद्योगों पर भी पड़ना तय है।

एक्सपोर्ट-इंपोर्ट को लगेगा धक्का

अदाणी लाजिस्टिक्स से पंजाब से कई अहम उत्पाद एक्सपोर्ट के लिए भेजे जाते थे। इंपोर्ट में भी कच्चे माल को लेकर इस पार्क की भूमिका अहम रही है। इंडस्ट्री का कई तरह का कच्चा माल इसके जरिए पंजाब पहुंच रहा था। कच्चे माल के जरिए ही फिनिश्ड गुड्स का निर्माण हो पा रहा था। यहां से स्क्रैप, मशीनरी, ड्राई फ्रूट्स, वेस्ट पेपर, ट्रैक्टर, वूलन, यार्न सहित कई अहम उत्पाद इंपोर्ट व एक्सपोर्ट के लिए आते जाते थे। अदाणी ग्रुप के पास खुद का इन्फ्रास्ट्रक्चर होने के चलते इसका किराया भी अन्य कंपनियों की तुलना में कम था।

यहां से हीरो साइकिल्स, वर्धमान, वर्धमान स्पेशल स्टील, पीआर लाजिस्टिक्स जालंधर, अमृतसर के राइस एक्सपोर्टर, खन्ना पेपर मिल, रुचि सोया सहित कई सीमेंट, स्टील व रिफाइंड निर्माताओं के अलावा पेपर मिलों और मशीन टूल बनाने वाली कंपनियों का माल आता-जाता है।

बड़ा ग्रुप पंजाब आने से कतराएगा

अदाणी ग्रुप के पास पूरा इन्फ्रास्ट्रक्चर है और इसका लाभ पंजाब के उद्योगों को मिल रहा था। इसके बंद होने से तत्काल नुकसान तो होगा ही, लेकिन कोई बड़ा ग्रुप दोबारा पंजाब आने से परहेज करेगा। कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआइआइ) के पूर्व चेयरमैन राहुल आहुजा कहते हैं कि लुधियाना ड्राई पोर्ट की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। इसमें प्राइवेट प्लेयर्स के आने से एक नया बदलाव देखने को मिल रहा था। पंजाब के कारोबारियों के लिए ट्रांसपोर्टेशन एक अहम हिस्सा है। ऐसे में अगर यह प्रोजेक्ट बंद हो जाता है, तो फास्ट मूवमेंट में परेशानी होगी।

चैंबर आफ इंडस्टि्यल एंड कमर्शियल अंडरटेकिंग्स (सीआइसीयू) के अध्यक्ष उपकार आहुजा का मानना है कि पंजाब से एक्सपोर्ट में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में इस कदम के बाद कोई बड़ी कंपनी पंजाब का रुख नहीं करेगी।

बड़ी कंपनी का इस तरह जाना घातक

रैमसन एक्सपो‌र्ट्स के एमडी वरुण कपूर कहते हैं कि पंजाब के औद्योगिक विकास किसी भी बड़ी कंपनी का इस तरह काम बंद करना एक बहुत घातक है। इससे भविष्य में दूसरी कंपनियों की आमद कम हो जाती है। इसके साथ ही एक्सपोर्ट के लिए लाजिस्टिक्स पार्क की भूमिका अहम है। अदाणी ग्रुप के पास पर्याप्त संसाधन हैं। ऐसे में उनका जाना बेहद चिंताजनक है।

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