अच्छी आदतों से जीवन में मिलती है सफलता: भरत मुनि
एसएस जैन सभा शिवपुरी के तत्वाधान में चल रही चातुर्मास सभा में भरत मुनि ने प्रवचन किए।
संस, लुधियाना: एसएस जैन सभा शिवपुरी के तत्वाधान में चल रही चातुर्मास सभा में भरत मुनि ने आए श्रावक श्राविकाओं को अपने संबोधन में कहा कि सफलता का आधार है अच्छी आदतें। जीवन में सबसे ज्यादा प्रभाव आदतों का पड़ा करता है। जैसा अन्न वैसा मन, जैसा आहार वैसा व्यवहार, जैसा संग वैसा रंग, वैसे ही जैसी आदत वैसी किस्मत। हम नसीब को तो बदल नहीं सकते पर नेचर बदल लें तो नसीब अपने आप को बदलना शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जानवर जीवन भर जानवर रहता है और देवता जीवन भर देवता। पर इंसान बुरी आदतों के चलते डाग बन जाता है और अच्छी आदतों के चलते गॉड जैसा कहलाता है। संत प्रवर ने कहा कि हम जीवन से पांच आदतों को हटाएं। इनमें कमियां निकालने की आदत, मजाक उड़ाने की आदत, दुखी करने की आदत, चौथा टेढ़ा बोलने की आदत व पांचवां गलत नजर डालने की आदत है। उन्होंने कहा कि अगर हम औरों में कमियां निकालेंगे। तो कमजोर हो जाएंगे और खूबियां देखेंगे, तो खूबसूरत बन जाएंगे। जैसे मां को बेटी में कोई कमी नजर नहीं आती। वैसे ही सास बहू में कमियां निकालना बंद कर तो सास बहू का रिश्ता घर के लिए वरदान बन जाएगा। उन्होंने कहा कि दूसरों का भूल चूक कर भी उपहास न उड़ाएं। दूसरों को दुखी न करने की प्रेरणा देते हुए उन्होंने कहा कि दुखी व्यक्ति तो सुखी हो सकता है पर दुख देने वाला कभी सुखी नहीं होता। मीठा बोलने की नसीहत देते हुए उन्होंने ने कहा कि दुनिया में किसी को भी टेढ़ा सुनना अच्छा नहीं लगता। जब हम मीठा बोल कर रिश्तों में मिठास घोल सकते हैं तो कड़वा बोलकर जीवन को खराब क्यों करें। इससे पूर्व मधुर वक्ता श्री अचल मुनि जी संस्कारो के ऊपर बताया।